बालू का अभाव, स्टोन डस्ट से हो रहा प्लेटफार्म निर्माण

जमुई। बालू के कारण रेलवे का कई कार्य बाधित पड़ा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Dec 2017 07:34 PM (IST) Updated:Tue, 19 Dec 2017 07:34 PM (IST)
बालू का अभाव, स्टोन डस्ट से हो रहा प्लेटफार्म निर्माण
बालू का अभाव, स्टोन डस्ट से हो रहा प्लेटफार्म निर्माण

जमुई। बालू के कारण रेलवे का कई कार्य बाधित पड़ा हुआ है। महीनों में खत्म होने वाले कार्य एक साल में भी खत्म नहीं हो पा रहे है जिस कारण झाझा स्टेशन के प्लेटफार्म एक का विकास कार्य अवरुद्ध पड़ा हुआ है। रेलवे ने संवेदक को अल्टीमेटम दिया गया तो ठेकेदार ने बालू की जगह स्टोन डस्ट का प्रयोग कर कार्य प्रारंभ कर दिया है। बालू के अभाव में रेलवे के प्लेटफॉर्म की ढलाई का कार्य स्टोन डस्ट मिलाकर किया जा रहा है। इसे झारखंड से ट्रक के माध्यम से झाझा लाया गया है। रेलवे पदाधिकारी ने बताया कि स्टोन डस्ट के कार्य के दौरान किसी न किसी पदाधिकारी को वहां पर मौजूद रहना आवश्यक हो गया है। अगर पदाधिकारी नहीं रहे तो ठेकेदार को सबसे ज्यादा फायदा होने की संभावना हो जाती है। क्योंकि स्टोन डस्ट का रंग सीमेंट के रंग का रहता है जिसका फायदा ठेकेदार उठाना चाहता है। रेलवे पदाधिकारी के अनुसार ठेकेदार को बालू मिल भी रहा है परंतु अपना लाभ को लेकर स्टोन डस्ट का प्रयोग कर रहे हैं। इससे ढलाई कमजोर होता है। इसके बावजूद रेलवे अधिकारी नजरअंदाज किए हुए हैं। इस और किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। ज्ञात हो कि जनवरी 2017 में प्लेटफार्म के सौंदर्यीकरण के अलावा उसके निर्माण के लिए 90 लाख का कार्य प्रारंभ हुआ था। यह कार्य मोकामा के संवेदक कर रहे हैं। उस समय से कार्य काफी धीमा रहने के कारण एक तरफ निर्माण का कार्य पूर्ण होता है तो दूसरी तरफ टूटने की भी प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है। कई जगहों पर महीनों-महीनों दिन गड्ढे कर छोड़ दिया गया था जिसके करण प्रत्येक दिन रेल यात्री उसका शिकार बन रहे थे। 90 लाख के निर्माण कार्य में प्लेटफार्म की ढलाई के अलावा अन्य कार्य है। आइओडब्ल्यू ए हेम्ब्रम ने बताया ड्रस्ट से कार्य नहीं किया जाना है बालू के अभाव के कारण कार्य किया जा रहा है तो वह कार्य बालू से भी मजबूत होगा।

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