ईद-ए-मीलादुन्नबी का आयोजन

जमुई। पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्म दिन के अवसर पर शहर के थाना चौक स्थित इमामबाड़ा के समीप शुक्रवार की रात सरकारे मदीना जलसा का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:13 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:13 PM (IST)
ईद-ए-मीलादुन्नबी का आयोजन
ईद-ए-मीलादुन्नबी का आयोजन

जमुई। पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्म दिन के अवसर पर शहर के थाना चौक स्थित इमामबाड़ा के समीप शुक्रवार की रात सरकारे मदीना जलसा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुन्नी उलेमा बोर्ड के सचिव मौलाना जियाउर्रसूल गफ्फारी ने की।

जलसा की शुरुआत कुरान की तिलावत से हाफिज आजाद ने किया। साथ ही निजाम शम्शी ने नात-ए-मुस्तफा पेश किया।

इस मौके पर मौलाना गफ्फारी ने कहा कि नबी हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम के जन्म दिन पर ईद-ए-मीलादुन्नबी मनाया जाता है। सुन्नी उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मोइनुल कादरी ने कहा कि इस्लाम धर्म की बुनियाद दो चीजों पर है। पहला कुरआन शरीफ है जो अल्लाह की तरफ से पूरी मानवता के लिए राहनुमा है और दूसरा हदीस है जो हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम ने इस्लाम के मानने वालों को संपूर्ण जीवन मानवीय आधार पर जीने के लिए बताया। इस्लाम धर्म इस बात की वकालत की है कि सबसे बड़ा धर्म इंसानियत की हिफाजत है। इस अवसर पर मोज्जमिल, आसिफ रजा, मु. शमशीर रजा, मु. अमन शेख, मु. रिजवान सहित काफी संख्या में उलेमा और शहरवासी मौजूद थे।

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