सगे भाई हत्याकांड में प्रभाकर और देवा रविदास को तलाश रही पुलिस

जमुई। गिरिडीह जिला के तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पंदनाटांड़ निवासी सगे भाई अंशु वर्णवाल तथा चंदन बरनवाल हत्याकांड में खैरा थाना पुलिस मुख्य आरोपित सोनो निवासी पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल एवं रोपावेल पंचायत निवासी देवा रविदास को तलाश कर रही है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 06:23 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 06:23 PM (IST)
सगे भाई हत्याकांड में प्रभाकर और देवा रविदास को तलाश रही पुलिस
सगे भाई हत्याकांड में प्रभाकर और देवा रविदास को तलाश रही पुलिस

जमुई। गिरिडीह जिला के तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पंदनाटांड़ निवासी सगे भाई अंशु वर्णवाल तथा चंदन बरनवाल हत्याकांड में खैरा थाना पुलिस मुख्य आरोपित सोनो निवासी पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल एवं रोपावेल पंचायत निवासी देवा रविदास को तलाश कर रही है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है।

खैरा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने बताया कि मामले में पुलिस को जल्द सफलता मिलेगी। बता दें कि गरही डैम के मनवा जंगल से गुरुवार को सगे भाइयों का कंकाल, बाइक और एटीएम, आधार कार्ड आदि बरामद किया गया था। मामले को लेकर स्वजनों ने खैरा थाना में हत्या का मुकदमा दर्ज कराते हुए सोनो के प्रभाकर मंडल, दिवाकर मंडल तथा गरही के कारू मियां और रोपावेल पंचायत निवासी दया रविदास को नामजद आरोपित किया गया था। मामला दर्ज होने के तुरंत बाद पुलिस ने दो आरोपित दिवाकर मंडल और कारू मियां को गिरफ्तार कर लिया था।

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देवा का है पुराना आपराधिक इतिहास

देवा रविदास का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ सिर्फ खैरा थाने में हत्या, लूट, अपहरण से संबंधित लगभग 20 मामले दर्ज होने की बात पुलिस कह रही है। इसके अलावा झारखंड के तीसरी थाने में भी उसके खिलाफ मामला दर्ज है। वर्ष 2019 में भी बिहार-झारखंड सीमा के बरमसिया मोड़ से सीआरपीएफ पुलिस ने देवा को हथियार सहित उसके साथियों के साथ गिरफ्तार किया था।

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सदमे में हैं परिवार के लोग

एक साथ दो भाइयों की हत्या की घटना के बाद से परिवार के लोग सदमे में हैं। इस हृदयविदारक दृश्य से अन्य लोगों की आंखें नम हो जा रही है। चंदन की पत्नी प्रिया को आगे की जिदगी कैसे कटेगी, इसकी चिता खाए जा रही है। वहीं मां रोते हुए कहती है कि अब उसके बुढ़ापे का सहारा कौन होगा। बता दें कि तीन भाई और एक बहन में चंदन सबसे बड़ा था, जबकि अंशु छोटा था। कोरोना संक्रमण के कारण दोनों मुंबई छोड़ अपने घर पंदनाटांड़ में रह रहे थे।

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