बिजली पोल की चपेट में आने से मजदूर की मौत

जमुई। चकाई थाना क्षेत्र के गजही पंचायत अंतर्गत गरभुडीह गांव में ट्रक से बिजली का पोल उतारने के क्रम में पोल से दबकर एक मजदूर की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Feb 2018 07:16 PM (IST) Updated:Sun, 25 Feb 2018 07:16 PM (IST)
बिजली पोल की चपेट में आने से मजदूर की मौत
बिजली पोल की चपेट में आने से मजदूर की मौत

जमुई। चकाई थाना क्षेत्र के गजही पंचायत अंतर्गत गरभुडीह गांव में ट्रक से बिजली का पोल उतारने के क्रम में पोल से दबकर एक मजदूर की मौत हो गई। घटना शनिवार देर रात की बताई जाती है। मृत मजदूर की पहचान चकाई थाना क्षेत्र के गजही निवासी अनुप सौरेन के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार अनुप अपने गांव के दो अन्य साथी मजदूर पोचा बेसरा एवं चुरका सौरेन के साथ गरभुडीह में बिजली का पोल उतार रहा था। इसी क्रम में ट्रक पर लदे पोल को ट्रैक्टर से खींचकर जमीन पर उतारा जा रहा था। अनुप वहीं पर लाइट लेकर लोगो को दिखा रहा था। इसी दौरान एक पोल छिटक कर अनुप के माथे पर जा लगा। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद ट्रैक्टर चालक वाहन लेकर फरार हो गया जबकि ट्रक चालक भाग खड़ा हुआ। घटना के बाद अनुप के साथी मजदूरों ने मामले की जानकारी परिजन को दी। सूचना पाकर परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा शव देखकर काफी आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने ट्रक का शीशा फोड़ डाला तथा टायर की हवा निकाल दी।

रविवार की सुबह घटना की सूचना पाकर घटनास्थल पर शव उठाने पहुंची पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस को देखते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। परिजन मौके पर ठेकेदार से मुआवजा और प्रखंड के अधिकारियों को बुलाकर पारिवारिक लाभ की राशि देने की मांग कर रहे थे। एएसआइ किशुन राय ने परिजन को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। वहीं जिला पार्षद गो¨वद चौधरी, मुखिया बाबुराम किस्कू, राजद नेता रोहित यादव ने भी परिजन को समझाने का प्रयास किया लेकिन मुआवजा की मांग पर अड़े रहे। जिससे दोपहर बाद तक शव नहीं उठाया जा सका था।

----------------

मासूम ¨पटू ने खोया पिता का साया:

अनुप की मौत के बाद उसके ढाई साल के मासूम पुत्र ¨पटू सौरेन के सिर से हमेशा के लिए पिता का साया उठ गया। पत्नी बसंती किस्कू पति के शव से लिपट कर चीत्कार मारकर रो रही थी। उसे अपने बेटे के परवरिश की ¨चता सता रही थी। वृद्ध पिता रूपस सौरेन, बूढ़ी मां बीबीयाना मरांडी का भी रो-रोकर बुरा हाल था।

chat bot
आपका साथी