कानून के बेहतर क्रियान्वयन से ही मिलेगा पीड़ितों को न्याय : जिला जज

जहानाबाद । स्थानीय व्यवहार न्यायालय के सभागार में रविवार को जागरूकता सह संवेदीकरण कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि कानून के बेहतर क्रियान्वयन से ही पीड़िता को न्याय मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Nov 2020 10:21 PM (IST) Updated:Sun, 08 Nov 2020 10:21 PM (IST)
कानून के बेहतर क्रियान्वयन से ही मिलेगा पीड़ितों को न्याय : जिला जज
कानून के बेहतर क्रियान्वयन से ही मिलेगा पीड़ितों को न्याय : जिला जज

जहानाबाद । स्थानीय व्यवहार न्यायालय के सभागार में रविवार को जागरूकता सह संवेदीकरण कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि कानून के बेहतर क्रियान्वयन से ही पीड़िता को न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि वैसे तो पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कानून बनाया गया है लेकिन उसका क्रियान्वयन सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। जिला जज ने कहा कि जब तक सही ढंग से इसका क्रियान्वयन नहीं किया जाएगा तब तक कानून बनाने का उद्देश्य पूरा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि कानून के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आम लोगों एवं कानून से जुड़े पदाधिकारियों में जागरूकता और संवेदीकरण लाने की जरूरत है। अगर लोगों को कानून की जानकारी होगी तो वे लोग इसका लाभ उठा पाएंगे। इसके पूर्व जिला जज श्री पांडेय, प्रधान न्यायाधीश कुट़ुंब न्यायालय रंजीत कुमार सिंह, एडीजे शिल्पी सोनी राज, सवेंद्र प्रताप सिंह, विजेंद्र कुमार धनकड़, मनोज कुमार राय, अरवल के डीएम रविशंकर चौधरी, एसपी राजीव रंजन, विधिक संघ के अध्यक्ष गिरिजानंदन सिंह तथा लोक अभियोजक सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया। प्रथम सत्र में जुवेनाइल जस्टिस एक्ट पर जुवेनाइल जस्टिस कोर्ट के पीठासीन पदाधिकारी राकेश कुमार रजक, एडीजे चतुर्थ विजेंद्र कुमार धनकड़, सप्तम राकेश कुमार तथा प्रथम शिल्पी सोनी राज ने कानून के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला। दूसरे सत्र में एडीजे मनोज कुमार राय, सीजेएम अजय कुमार तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव मुकेश कुमार मिश्रा ने पॉक्सो एक्ट के विभिन्न कानूनी पहलूओं की जानकारी दी। दोनो सत्र में संबंधित सवालों का जवाब कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ने दिया। इस अवसर पर मुंसिफ मनीष कुमार उपाध्याय, प्रियंका कुमारी, आलोक रंजन, रीचा कश्यप, जन्मेजय चौधरी, एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय, विधिक संघ के सचिव रजनीश कुमार, स्पेशल पीपी मुकेशनंदन वर्मा, राकेश कुमार, एपीपी विजय कुमार मिश्रा समेत दोनो एक्ट से संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।कार्यशाला का संचालन प्रशिक्षु न्यायिक पदाधिकारी आलोक कुमार चतुर्वेदी ने किया।

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