धनतेरस पर देर रात तक हुई खरीदारी

जहानाबाद। कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदर्शी को धनतेरस के अवसर पर देर रात तक बाजार में धन की बर्षा हुई। मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन धातु के बने ब‌र्त्तनों एवं सोनाचांदी की खरीददारी करने से अकूत धन और वैभय की प्राप्ति होती है। साथ हीं मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Oct 2019 12:17 AM (IST) Updated:Mon, 28 Oct 2019 06:33 AM (IST)
धनतेरस पर देर रात तक हुई खरीदारी
धनतेरस पर देर रात तक हुई खरीदारी

जहानाबाद। कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदर्शी को धनतेरस के अवसर पर देर रात तक बाजार में धन की बर्षा हुई। मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन धातु के बने ब‌र्त्तनों एवं सोना,चांदी की खरीददारी करने से अकूत धन और वैभय की प्राप्ति होती है। साथ हीं मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इसको लेकर सुबह से लेकर देर रात तक बाजारों में खरीददारी करने वालों की धूम मची रही।शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायिक प्रतिष्ठान पलन जी में जहां रात भर खरीददारी होती रही वहीं मोटरसाइकिल की भी जमकर बिक्री हुई।

धनतेरस को लेकर पूर्व से हीं सोने,चांदी, ब‌र्त्तन एवं इलेक्ट्रानिक सामानों को दुकानदारों ने भंडारण कर रखा था। साथ हीं ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को खास तौर पर सजाया भी गया था। कई प्रतिष्ठानों में पूर्व से हीं धनतेरस को लेकर विशेष ऑफर के साथ बुकिग की सुविधा उपलब्ध करा रखी थी। लोग अपने पसंदीदा सामानों को पहले से हीं बुक किये हुये थे। आभूषण की दुकानों पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली। लोग सोने,चांदी के बने विभिन्न गहनों की खरीददारी कर रहे थे वहीं चांदी के विक्टोरिया सिक्के की भी खूब मांग देखी गई।वहीं चांदी के बने नोट भी खूब बिके। इधर ब‌र्त्तन दुकानों में पीतल, तांबा एवं कांसा के बने ब‌र्त्तनों की भी खूब खरीददारी हुई। धनतेरस पर भीड़ को ध्यान में रखकर दुकानदारों ने जगह जगह सड़कों पर भी दुकान लगा रखे थे। वहीं आटो मोबाइल्स दुकानों में भी टू व्हीलर एवं फोर व्हीलर तथा आटो की भी दुकानें सजी रही। वहां भी खरीददारों की भीड़ देखी गई। इधर बाजार में झाडू की भी सर्वाधिक बिक्री हुई। हर बाजार आने जाने वाले के हाथ में

झाडू देखने को मिल रहा था। वहीं कई व्यवसायिक प्रतिष्टानों में शुभ मुहूर्त धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना हो रही थी। देर रात तक पूजा अर्चना का भी दौर चलता रहा। धनतेरस के दिन आयुर्वेद से जुड़े लोगों ने भगवान धनंवतरी की भी पूजा अर्चना की। ऐसी मान्यता है कि आयुर्वेद के ज्ञाता धनतेरस के दिन भगवन धनवंतरी की पूजा अर्चना कर दवाओं को सिद्ध करते हैं।

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