घर-घर पहुंची सेविका, बच्चों को दिया गया अनुपूरक आहार

अन्नप्राशन दिवस पर आयोजित किया गया कार्यक्रम सेविका ने की माताओं के साथ पोषण के महत्व पर चर्चा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 09:37 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 09:37 PM (IST)
घर-घर पहुंची सेविका, बच्चों को दिया गया अनुपूरक आहार
घर-घर पहुंची सेविका, बच्चों को दिया गया अनुपूरक आहार

जागरण संवाददाता, गोपालगंज : जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैनात सेविका ने मंगलवार को घर-घर जाकर छह महीने की उम्र पूर्ण कर चुके बच्चों का अन्नप्राशन करवाया। इस दौरान बच्चों को पूरक आहार के तौर पर खिचड़ी या खीर खिलाई गई। इस मौके पर आंगनबाड़ी सेविकाओं ने छह माह से ऊपर के बच्चों को पूरक आहार के सेवन के तौर तरीके के बारे में जानकारी परिवार के तमाम लागों को दी।

आईसीडीएस की डीपीओ शम्स जावेद अंसारी ने बताया कि अभी कोरोना की वजह से सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं। इस वजह से सेविका घर-घर जाकर बच्चों को अन्नप्राशन करवा रही हैं। हर महीने की 19 तारीख को यह आयोजन करवाया जाता है। बच्चों में कुपोषण खत्म करने के लिए आईसीडीएस लगातार अपना कार्यक्रम चला रहा है। साथ ही बताया अन्नप्राशन कराने के लिए सेविका अपने से तैयार कर खिचड़ी और खीर ले जा रही हैं। सेविका गांव के चिन्हित घरों में जहां छह माह के बच्चे हैं, वहां अन्नप्राशन करवा रही हैं। इसके साथ ही जिले में नवजात शिशु देखभाल सप्ताह चल रहा है। ऐसे में शिशुओं की विशेष देखभाल की जा रही है। पोषण अभियान के जिला समन्वयक बृजकिशोर श्रीवास्तव ने बताया कि छह माह पूर्ण होने के बाद शिशु को अधिक उर्जा की जरुरत होती है। इस दौरान उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास तेजी से होता है। इसके लिए सिर्फ स्तनपान पर्याप्त नहीं होता है। इसलिए छह माह के बाद स्तनपान के साथ अनुपूरक आहार की भी जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि अन्नप्राशन के दिन बच्चों को गाढ़ी दाल, अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, स्थानीय मौसमी फल और दूध व दूध से बने उत्पाद खिलाया जाता है। तरल व पानी वाला भोजन जैसे दाल का पानी या माढ़ आदि न देकर उतना ही अ‌र्द्ध ठोस आहार दिया जाता है, जितना बच्चे खा सकें। साथ ही बच्चों के माता-पिता व अभिभावकों को धीरे-धीरे भोजन की मात्रा, भोजन का गाढ़ापन बढ़ाए जाने की सलाह दी गई।

chat bot
आपका साथी