कैमूर से दोबारा मुजफ्फरपुर भेजे जा रहे वहां से लौटाए गए गेहूं के बीज, दोबारा जांच में बीजों को दोषमुक्त पाया

ट्रकों में सड़ी हुई गेहूं की बीज होने की बात गलत साबित हुई। कुदरा और मुजफ्फरपुर के बीच कई फेरे लगने से धन का काफी नुकसान हो गया। जिन अधिकारियों की जांच पर खराब बताकर वापस किया गया था उन्होंने ही दोबारा जांच में बीजों को दोषमुक्त पाया है।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 06:13 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 06:13 PM (IST)
कैमूर से दोबारा मुजफ्फरपुर भेजे जा रहे वहां से लौटाए गए गेहूं के बीज, दोबारा जांच में बीजों को दोषमुक्त पाया
मुजफ्फरपुर और कुदरा के बीच कई फेरे लगवाए जाने पर सवाल

संवाद सूत्र, कुदरा: बिहार राज्य बीज निगम के मुजफ्फरपुर केंद्र से कुदरा प्लांट को लौटाए गए गेहूं के 18 ट्रक बीज में से अभी तक एक भी बोरी खराब नहीं मिली है। कुदरा में उनकी फिर से हुई जांच में उनके सड़े हुए होने की बात असत्य पाई गई है। इसके बाद गेहूं के उन बीजों को दोबारा मुजफ्फरपुर भेजने की कवायद शुरू की गई है। मंगलवार को मुजफ्फरपुर से कुदरा पहुंचे गेहूं के बीज लदे चार ट्रकों को अनलोड किए बिना पुन: मुजफ्फरपुर ले जाने का निर्देश दिया गया। जबकि मुजफ्फरपुर से कुदरा लौटाए गए गेहूं के बीज लदे अन्य ट्रकों को भी पुन: मुजफ्फरपुर भेजने पर विचार करने की अनुशंसा की गई है।

दिलचस्प बात यह है कि कुदरा से मुजफ्फरपुर भेजे गए गेहूं के बीज लदे 18 ट्रकों को निगम के जिन अधिकारियों की जांच व अनुशंसा पर खराब बताकर कुदरा वापस किया गया था, उनकी मौजूदगी व सहभागिता में ही हुई दोबारा जांच में बीजों को दोषमुक्त पाया गया है और उन्हें पुनः मुजफ्फरपुर भेजने के लिए अनुशंसा की गई है। उन अधिकारियों में निगम के वरीय गुण नियंत्रण पदाधिकारी, पटना और हाजीपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक शामिल हैं। 

सड़े या भींगे नहीं थे पूर्व में लौटाए गए चार ट्रकों पर लदे बीज :

 इससे पहले बीज निगम के हाजीपुर क्षेत्र के मुजफ्फरपुर केंद्र से लौटाए गए गेहूं के बीज लदे 18 ट्रकों में चार ट्रक 10 अक्टूबर को, सात ट्रक 11 अक्टूबर को और अन्य चार ट्रक 12 अक्टूबर को कुदरा पहुंचे। 10 और 11 अक्टूबर को कुदरा वापस लौटे 11 ट्रकों की कुदरा में 11 अक्टूबर को यहां के प्लांट अभियंता, क्षेत्रीय प्रबंधक और कृषि अभियंत्रण के सहायक निदेशक के द्वारा जांच की गई। 12 अक्टूबर को कुदरा वापस लौटे चार ट्रकों की कुदरा में जांच के दौरान बीज निगम के कुदरा क्षेत्र के अधिकारियों व कर्मियों के साथ वरीय गुण नियंत्रण पदाधिकारी, पटना और हाजीपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक भी उपस्थित रहे। इन लोगों के द्वारा जांचे गए चार ट्रकों में किसी भी बोरी में सड़ा हुआ या भीगा हुआ बीज नहीं पाया गया।

 गोदाम में भी किसी तरह की कीट व्याधि का प्रकोप नहीं देखा गया

इन अधिकारियों के द्वारा निगम के कुदरा प्लांट के तीन गोदामों का भी मुआयना किया गया और वहां रखे गए बीज को देखा गया। गोदाम में भी किसी तरह की कीट व्याधि का प्रकोप नहीं देखा गया। बारिश का मौसम होने के बावजूद गोदाम में कहीं भी भीगा हुआ बोरा देखने को नहीं मिला। उसके बाद हाजीपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक की अनुशंसा पर परिवहनकर्ता को निर्देश दिया गया कि मुजफ्फरपुर से उस दिन कुदरा पहुंचे गेहूं के बीज लदे चारों ट्रकों को बिना अनलोड किए पुन: मुजफ्फरपुर वापस भेजा जाए। बहरहाल इस पूरी कवायद से बिहार राज्य बीज निगम की साख को जहां धक्का पहुंचा है, वहीं समय और धन की भी बर्बादी हुई है।

 मुजफ्फरपुर और कुदरा के बीच कई फेरे लगवाए जाने पर सवाल 

 प्रदेश में रबी अभियान शुरू होने को है और गेहूं की बोआई के लिए सभी केंद्रों पर समय से गेहूं का बीज पहुंचना जरूरी है। ऐसे वक्त पर अनावश्यक विवाद पैदा कर गेहूं के बीज लदे ट्रकों के मुजफ्फरपुर और कुदरा के बीच कई फेरे लगवाए जाने पर सवाल उठाए जा रहे हैं। सवाल यह उठाया जा रहा है कि जब गेहूं का बीज ठीक ही था तो उसे खराब बताकर कुदरा प्लांट में वापस क्यों भेजा गया। अनेक जानकार लोग इस पूरे प्रकरण को बीज निगम के बीज को अबीज घोषित करा कर औने पौने दाम पर नीलामी लेकर बाजार में ऊंची कीमत पर बेचने के अनाज माफिया के वर्षो पुराने खेल से जोड़कर देख रहे हैं।

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