इंद्रपुरी बराज से खरीफ फसल के लिए नहरों में छोड़ा गया पानी, पश्चिम में 206 व पूर्वी में 272 क्यूसेक जलस्राव

रोहिणी नक्षत्र आरंभ होने से पूर्व मंगलवार से पानी की आपूर्ति प्रारंभ कर दी गई है। किसानों की लाइफ लाइन कही जाने वाली सोन नहर प्रणाली से रोहतास कैमूर बक्सर भोजपुर औरंगाबाद अरवल व पटना जिले के खेतों तक सोन नहर के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। 

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Publish:Wed, 25 May 2022 11:23 AM (IST) Updated:Wed, 25 May 2022 11:26 AM (IST)
इंद्रपुरी बराज से खरीफ फसल के लिए नहरों में छोड़ा गया पानी, पश्चिम में 206 व पूर्वी में 272 क्यूसेक जलस्राव
इंद्रपुरी बराज से खरीफ फसल के लिए नहरों में छोड़ा गया पानी, जागरण आर्काइव

 संवाद सहयोगी, डेहरी आन-सोन: रोहतास। इंद्रपुरी बराज से खरीफ फसल के लिए सोन कमांड क्षेत्र की नहरों में रोहिणी नक्षत्र आरंभ होने से पूर्व मंगलवार से पानी की आपूर्ति प्रारंभ कर दी गई है। किसानों की लाइफ लाइन कही जाने वाली सोन नहर प्रणाली से रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, अरवल व पटना जिले के खेतों तक सोन नहर प्रणाली के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। 

आज अभी पश्चिमी संयोजक नहर में 206 व पूर्वी संयोजक नहर में 272 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता रवि शंकर ठाकुर ने बताया कि खरीफ फसल के लिए इंद्रपुरी बराज से पानी की आज से आपूर्ति प्रारंभ कर दी गई है। फिलहाल पश्चिमी संयोजक नहर में 206 व पूर्वी संयोजक नहर में 272 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। 

हालांकि अभी पानी कम मात्रा में छोड़ा गया है, ताकि गर्मी के मौसम में नहरों के तटबंध में पड़ी दरारें नमी से भर जाए, इसके बाद धीरे-धीरे पानी की मात्रा बढ़ाई जाएगी। दरअसल सिचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध कराने को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, स्थानीय कृषकों, कृषि व जल संसाधन विभाग के क्षेत्रीय पदाधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों से विमर्श कर नहरों के खोलने तथा बंद करने का निर्णय दो दशक पूर्व लिया गया था। 

जून 2001 को निर्गत अधिसूचना के अनुसार सोन नहर प्रणाली में खरीफ फसल के लिए 20 मई से 30 अक्टूबर तक पानी की आपूर्ति करनी है, लेकिन कई वर्षों से निर्धारित तिथि पर नहरों में पानी नही छोड़ा गया। जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी। इसबार भी तय कार्यक्रम के तीन दिनों बाद पानी की आपूर्ति प्रारंभ हो रही है। 

खेतों में धान का बीज डालने के लिए शीघ्र ही बराज से नहरो में पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति प्रारंभ कर दी जाएगी। मुख्य अभियंता के अनुसार खरीफ फसल के लिए इंद्रपुरी बराज में पानी के भंडारण का कार्य पूर्ण करने के बाद आपूर्ति शुरू की गई है। 355 पाउंड लेवल तक बराज में पानी का भंडारण हो चुका है। बताया कि सभी खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए विभाग कृत संकल्पित है। 

फिलहाल पानी की कोई कमी नहीं है। उत्तरप्रदेश के रिहंद जलाशय से उसके जल विद्युत संयंत्र चलने पर पर्याप्त मात्रा में पानी इंद्रपुरी बराज पर प्राप्त हो रहा है। गर्मी के कारण कुछ पानी का लॉसेज भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय अभियंताओं को नहरों की पेट्रोलिंग करने को निर्देशित किया गया है, ताकि हर एक खेतों तक बीज डालने को पानी पहुंचाया जा सके ।

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