गया में गंगाजल की ऊंची फुहारों को देखकर हर्षित हो रहे ग्रामीण, अगले साल तक हर घर में पहुंचेगा पवित्र जल

गंगा उद्वह योजना के तहत बेगुसराय मराची से गया अबगिला तक गंगा का पानी लाने की योजना के तहत बिछाए गए पाइप में पानी के फ्लो प्रेशर की टेस्टिंग का काम चल रहा है। 80 से 100 फीट ऊंचे फव्‍वारें बता रहे कि किस गति से गंगाजल गया पहुंचेगी।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Mon, 09 Aug 2021 08:56 AM (IST) Updated:Mon, 09 Aug 2021 08:56 AM (IST)
गया में गंगाजल की ऊंची फुहारों को देखकर हर्षित हो रहे ग्रामीण, अगले साल तक हर घर में पहुंचेगा पवित्र जल
गंगाजल पाइपलाइन में प्रेशर की शुरू हुई जांच, ऊंचे फुहारों को देख ग्रामीणों में खुशी, सांकेतिक तस्‍वीर।

 गया, जागरण संवाददाता। गंगा उद्वह योजना के तहत बेगुसराय, मराची से गया अबगिला तक गंगा का पानी लाने की योजना पर लगातार काम जारी है। इसी कड़ी में गया जिले की सीमा में मोहड़ा प्रखंड के सारसु, तेतर इलाके में जगह-जगह पाइप से ऊंची-ऊंची निकल रही पानी की फुहारों को देख ग्रामीणों में खुशी है। अभी विभाग के द्वारा बिछाए गए पाइप में पानी के फ्लो प्रेशर की टेस्टिंग का काम चल रहा है। करीब 80 से 100 फीट ऊंचे फव्‍वारें से अनुमान लगाया जा सकता है कि किस गति में गंगा का पानी गया पहुंचेगी।

इस बारे में जल संसाधन विभाग के अपर प्रमंडलर पदाधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि अभी जो भी पाइप बिछाया गया है उसमें पानी के प्रेशर की जांच की जा रही है। सारसु की तरफ 3 किमी, गहलौर घाटी के पास 4 किमी. पाइप बिछाया गया है। सारसु से तेतर तक में करीब 31 किमी पाइप बिछा है। इनमें अरई मोड़ के पास कुछ हिस्सों में पाइप बिछना अभी शेष है। अधिकारी ने बताया कि मराची से गया अबगिला तक कुल 149 किमी. पाइपलाइन बिछाया जाना है। इनमें से करीब 120 किमी. पाइप बिछाया जा चुका है। 31 किमी. करीब बाकी है।

बरसात के बाद शेष पाइपलाइन बिछाने का काम होगा पूरा

  बरसात के बाद शेष पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। पानी की टेङ्क्षस्टग को लेकर बताया कि यह एक प्रक्रिया है। अब तक की जांच सफल है। इसके जरिए पाइप की लिकेज आद की जांच की जाती है। गंगा उद्वह परियोजना का पूरा काम मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा।

हर घर में पहुंचाया जाएगा गंगाजल

 जून-जुलाई 2022 में  गंगा नदी में आने वाले बाढ़ के अतिरिक्त पानी को पाइपलाइन के सहारे गया अबगिला तक लाया जाएगा। जहां पानी को शुद्ध करके लोगों के घरों तक पहुंचाया जाएगा। अगले साल अगस्त माह तक संभावना है कि गया शहरी क्षेत्र के घरों में गंगा का पानी पहुंच जाए।

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