गुरु तेगबहादुर के ऐतिहासिक गुरुद्वारा से गुरुग्रंथ साहिब चोरी

गया। विष्णुपद के समीप देवघाट पर स्थित श्री गुरु तेगबहादुर जी के ऐतिहासिक गुरुद्वारे से गुरुग्रंथ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 08:36 PM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 08:36 PM (IST)
गुरु तेगबहादुर के ऐतिहासिक गुरुद्वारा से गुरुग्रंथ साहिब चोरी
गुरु तेगबहादुर के ऐतिहासिक गुरुद्वारा से गुरुग्रंथ साहिब चोरी

गया। विष्णुपद के समीप देवघाट पर स्थित श्री गुरु तेगबहादुर जी के ऐतिहासिक गुरुद्वारे से गुरुग्रंथ साहिब चोरी होने की सूचना पर समाज के लोग आक्रोशित हो गए।

धार्मिक ग्रंथ पहले ही गायब हो चुका है, पर यह शनिवार को लोगों की जानकारी में आया। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के एक शिष्टमंडल ने सिटी एसपी अनिल कुमार को बताया कि बुधवार को लुधियाना से उनके साथी सरदार सुरेंद्र सिंह कुछ श्रद्धालुओं के साथ आए थे। वे गुरुद्वारा गए तो वहां गुरुग्रंथ साहिब विराजमान नहीं थे। खोजबीन के बाद भी पता नहीं चलने पर पुलिस को जानकारी दी गई। सभा के उपाध्यक्ष एवं सह सचिव प्रीतम सिंह बग्गा ने कहा कि देवघाट स्थिति गुरुद्वारा ऐतिहासिक है। यह यहां की धरोहर है, जहां सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी एवं नौवें गुरु श्री तेगबहादुर जी आए थे। इन दोनों महापुरुषों ने यहां तपस्या की थी। इस गुरुद्वारा की नींव और गुरुग्रंथ साहिब को सन 1506 ई. में गुरुनानक देव जी ने स्वयं रखा था। यहां रखा गया गुरुग्रंथ 1430 पृष्ठों (अंग) में था। इसमें गुरुजनों की अमृतवाणी अंकित है। इधर, कुछ वर्षों से इस गुरुद्वारा को कुछ आसमाजिक तत्वों के साथ मिलकर हड़पने की साजिश रची जा रही है। चोरी की घटना उसी की एक कड़ी है। यहां असामाजिक तत्व नशीले पदार्थो का सेवन करते हैं। प्रीतम ने कहा कि इससे धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है। सभा ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से गुरुग्रंथ साहिब को पुन: स्थापित करने व दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।

इधर, एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि सिटी एसपी व डीएसपी ने घटनास्थल का मुआयना किया है। गुरुद्वारा के केयरटेकर श्यामसुंदर दास ने विष्णुपद थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। किसी को भी धार्मिक आस्था से खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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