ग्रामीणों ने रोका लेकिन नहीं रुका हत्‍यारे का गंड़ासा, थाने और अंचल कार्यालय की लापरवाही बनी वजह

औरंगाबाद में जमीन विवाद में अधेड़ की हत्‍या मामले में थाने और अंचल कार्यालय की लापरवाही सीधी तौर पर सामने आई है। शिकायत के बावजूद न तो पुलिस ने कोई कार्रवाई की और न अंचल कार्यालय ने। इधर गंड़ासे से काटकर हत्‍या कर दी गई।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 01:17 PM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 01:17 PM (IST)
ग्रामीणों ने रोका लेकिन नहीं रुका हत्‍यारे का गंड़ासा, थाने और अंचल कार्यालय की लापरवाही बनी वजह
घटना के बाद छानबीन करने पहुंची पुलिस। जागरण

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बढ़की बेला गांव में मंगलवार को हुई राधिका पासवान की हत्या की घटना में घटना में अंचल एवं थाने की विफलता सामने आई है। यदि समय पर विवाद सलटा दिया गया होता तो राधिका पासवान की जान नहीं जाती। जिस जमीन विवाद में गंड़ासे से काटकर हत्या की गई है वह करीब दो माह से चल रहा है। मामला अंचल से लेकर थाना तक पहुंचा पर विवाद नहीं सुलझाया गया।

दबंगों के भय से दो माह से रहता था दूर लेकिन खींच लाई मौत

जमीन विवाद के कारण राधिका पासवान परेशान था। जिनसे विवाद था वे दबंग हैं। उन लोगाें ने घर में ताला लगा दिया था। इसके बाद करीब दो माह से राधिका पासवान परिवार के साथ ओबरा में अपनी बहन के यहां रहते थे। मंगलवार को वह चावल लेने अपने बढ़की बेला गांव आए थे। इसी दौरान गांव के बधार में हत्‍या कर दी गई। हत्या के बाद राधिका पासवान के पुत्र के मोबाइल पर कॉल कर उसे भी जान से मारने की धमकी दी गई। मृतक के पुत्र धर्मबीर कुमार ने बताया कि जमीन विवाद के कारण पूर्व में भी मारपीट की गई थी। मेरे घर में दबंगों ने ताला लगा दिया था।  उनलोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया था। लेकिन प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

ग्रामीणों ने भी समझाया कि हत्‍या मत करो

धर्मवीर ने बताया कि पिता की हत्या के बाद दहशत के कारण शव का अंतिम संस्कार गांव में न कर अपने फूआ के घर ओबरा थाना क्षेत्र के पूर्णाडीह ले जाकर किया। धर्मबीर ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उसका संपत्ति किसी तरह हासिल करा दें। नहीं तो पिता की हत्या करने वाले लोग उसकी भी हत्या कर देंगे और जमीन पर कब्जा कर लेंगे। मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि ग्रामीणों ने भी हत्यारों को रोका। कहा कि जान से मत मारो लेकिन वे लोग नहीं माने। अगर ग्रामीण मामले में पहल करते तो हत्या नहीं होती। उधर प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि हत्या में जो भी शामिल हैं सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

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