Aurangabad: इश्क के चक्कर में फंस गया था कुख्यात पवन सिंह, फिर यह अंजाम तो होना ही था
औरंगाबाद के नवीनगर के कुख्यात अपराधी पवन सिंह महज 28 वर्ष की उम्र में अपराध की दुनियां में काफी चर्चित हो गया था। उसने हत्या लूट अपहरण की घटनाओं को अंजाम दिया था। अब पुलिस उसके हत्यारे की तलाश कर रही है।
औरंगाबाद, जागरण टीम। बात-बात पर गोलियां चलाने वाला पवन सिंह आखिरकार गोली का ही शिकार हो गया। आशंका जताई जा रही है कि किसी लड़की के चक्कर में उसकी हत्या की गई है। क्षेत्र में दहशत के पर्याय बन चुके पवन सिंह की हत्या के बाद उन वारदातों की यादें ताजा हो गई हैं जिन्हें उसने अंजाम दिया था। हत्या, अपहरण, लूट के वारदात पवन के लिए बेहद मामूली बात थी। जेल की दीवारें भी उसके कदमों को नहीं रोक सके। जेल जाना और निकलना उसके लिए जैसे घर-आंगन सा हो गया था। उम्र का एक बड़ा हिस्सा उसने जेल में बिताया। पुलिस के लिए भी वह सिरदर्द बन गया था।
उम्र से ज्यादा वारदातों को दे चुका था अंजाम
नवीनगर थाना के दीघी पोखराही गांव निवासी पवन कुमार सिंह की उम्र महज 28 वर्ष थी। इससे ज्यादा वारदातों को वह अंजाम दे चुका था। उसने 18 वर्ष की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। सबसे पहले उसपर आर्मस एक्ट का मामला दर्ज हुआ। उसके बाद उसके कदम नहीं रुके। नवीनगर थानाध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि पवन के ऊपर नवीनगर थाने में चार कांड दर्ज है। सबसे पहले 2012 में आर्मस एक्ट (123/12) का मामला दर्ज हुआ। इसके बाद रोहतास जिले के डेहरी थाना में 2018 में इसी एक्ट में उसपर मामला (328/18) दर्ज हुआ।
2018 में कई घटनाओं को दिया अंजाम
अब तक छोटे-मोटे अपराध करने वाले पवन सिंंह ने 2018 में ही दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर सनसनी फैला दी। 2018 में उसने कई वारदातोंं को अंजाम दिया। इसके अलावा रंगदारी, लूट के मामले भी उसपर हुए हैं। अपराध के कारण पवन घर में कम जेल में ज्यादा रहता था। पवन की हत्या को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। हालांकि पुलिस अभी कुछ नहीं कह रही है। लेकिन जिस तरह से कनपटी में गोली मारकर हत्या की गई है उससे लगता है कि गोली चलाने वाले ने काफी नजदीक से गोली मारी होगी। सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन पहले थाने में शिकायत की गई थी कि एक लड़की को वह तंग कर रहा था।
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