मोहनियां में जदयू विधायक जमा खां ने एक साथ मूर्ति का अनावरण और नागेंद्र पथ का किया उद्घाटन

पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजन कराया गया। तत्पश्चात मूर्ति का अनावरण बिहार सरकार के मंत्री जमा खां ने किया। लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि समाजवादी नेता चंद्रमा यादव सामाजिक न्याय के अग्रदूत थे।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 03:42 PM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 03:42 PM (IST)
मोहनियां में जदयू विधायक जमा खां ने एक साथ मूर्ति का अनावरण और नागेंद्र पथ का किया उद्घाटन
नागेंद्र पथ का उद्घाटन करते विधायक जमा खां। जागरण।

संवाद सहयोगी, मोहनियां (भभुआ)। कैमूर जिले के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक तथा बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने शनिवार को समाजवादी नेता चंद्रमा यादव की मूर्ति का अनावरण किया। उन्होंने एक साथ उग्रवादी पथ के नाम से जाना जाने वाला चौरसिया- गौरा पथ में पनसेरवां मोड़ पर स्व. चंद्रमा यादव की मूर्ति का अनावरण व स्व. नागेन्द्र तिवारी मार्ग का लोकार्पण किया।

इसके पूर्व विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजन कराया गया। तत्पश्चात मूर्ति का अनावरण बिहार सरकार के मंत्री जमा खां ने किया। लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि समाजवादी नेता चंद्रमा यादव सामाजिक न्याय के अग्रदूत थे। रामगढ़ से लेकर जिला में सामाजिक न्याय व भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए उनकी जीवन भर की गई पहल को कैमूर याद रखेगा। अपनी ईमानदारी व बेदाग छवि के लिए चंद्रमा यादव की पहचान अमरगाथा के रुप में जानी जाएगी। वे गरीबों, असहायों की चिंता भी करते थे। सामाजिक कार्यकर्ता नागेन्द्र तिवारी राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए मिसाल हैं। उनकी निष्ठा व समर्पण के साथ काम करने की शैली लाजवाब रही। वहीं जदयू नेता आलोक सिंह व चेनारी के विधायक मुरारी गौतम ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। कहा कि चंद्रमा यादव की मूर्ति आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत होगी।

मूर्ति अनावरण समारोह की अध्यक्षता परशुराम तिवारी ने की। उन्होंने कहा कि चंद्रमा यादव का जीवन पद्धति आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक होगी। इस दौरान लोरकी व बिरहा गायकों ने कार्यक्रम की प्रस्तुति भी की। समारोह में मुखिया सुकालू बिंद, मदन तिवारी, पैक्स अध्यक्ष छोटन सिंह, अजय सिंह, दीनानाथ सिंह, चंद्रमोहन पाल, रवींद्र ठाकुर, शिक्षक कमलेश शर्मा, सुशील सिंह कुशवाहा, महेंद्र तिवारी, श्रीनिवास यादव, नंद कुमार तिवारी, शशिकांत तिवारी, नंदकुमार तिवारी, योगेंद्र तिवारी, उमेश यादव, बद्री यादव, विनोद प्रजापति, बंदे तिवारी, विश्वनाथ राम, पुरूषोत्तम राम, जोखन शर्मा, कृपा यादव, गुड्डू यादव समेत कई लोग मौजूद रहे।

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