प्रधान लिपिक के विरुद्ध दायर वाद मामले में की गई जाच

परैया प्रखंड के मराची में वार्ड संख्या तीन स्थित आगनबाड़ी केंद्र संख्या 97 के सेविका चयन विगत वर्ष अगस्त में हुआ। चयन और प्रशिक्षण के महीनों बाद आज तक केंद्र संचालन हेतु खाता नहीं खोला गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 11:20 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:12 AM (IST)
प्रधान लिपिक के विरुद्ध दायर वाद मामले में की गई जाच
प्रधान लिपिक के विरुद्ध दायर वाद मामले में की गई जाच

परैया : प्रखंड के मराची में वार्ड संख्या तीन स्थित आगनबाड़ी केंद्र संख्या 97 के सेविका चयन विगत वर्ष अगस्त में हुआ। चयन और प्रशिक्षण के महीनों बाद आज तक केंद्र संचालन हेतु खाता नहीं खोला गया। जिसको लेकर सेविका पिंकी कुमारी द्वारा अनुमंडल में वाद दायर किया गया है।

सोमवार को उक्त मामले की जाच हेतु टिकारी के अपर एसडीओ संतन कुमार सिंह मराची पहुंचे। जहा उन्होंने सीओ गुरारू निशात कुमार, सीओ परैया निर्मल राम व परैया खुर्द मुखिया सुनील कुमार की उपस्थिति में दोनों पक्षों को बुलाया। वादी पिंकी कुमारी पति जितेंद्र पासवान व आंगनबाड़ी चयन वाद संख्या 01-2020 अभ्यर्थी रागनी कुमारी पति राजीव प्रताप सिंह ने अपना पक्ष पदाधिकारी के समक्ष रखा। जिसके बाद अपर एसडीओ सिंह ने आगे विभिन्न बिंदुओं पर जाच की बात कही। पूछे जाने पर सिंह ने बताया कि चयनित सेविका पिंकी कुमारी ने अनुमंडल कार्यालय में वाद दायर किया है। जिसकी जाच के लिए उन्हें मराची आना पड़ा। कई बिंदुओं पर जाच के बाद ही मामले का निष्पादन किया जाएगा।

ज्ञात हो कि विगत वर्ष आठ अगस्त को पिंकी देवी को सेविका का चयन पत्र दिया गया था। जिसके बाद उनका प्रशिक्षण कराया गया। चयनित सेविका ने अनुमंडल में वाद दायर किया है। जिसमें केंद्र संचालन हेतु पोषाहार खाता खोलने के लिए प्रधान लिपिक प्रकाश कुमार द्वारा राशि की माग की बात कही गयी। जिसे आईसीडीएस के वरीय पदाधिकारी तक देने की बात लिपिक ने सेविका से कही। जिसे पूरा नहीं करने की स्थिति में चयन रद्द करने की धमकी दी गयी। उक्त मामले से जुड़ा आवेदन सेविका पिंकी कुमारी ने जून माह में डीएम गया, डीपीओ गया, सीडीपीओ परैया को दिया है। सेविका पिंकी कुमारी के अनुसार चयन, प्रशिक्षण व केंद्र संचालन शुरू होने के बाद दोबारा पोषक क्षेत्र का प्रधान लिपिक द्वारा स्वयं से सर्वे किया गया। जिसमें पोषक क्षेत्र को दूसरे कोटी बहुलता का बतलाकर चयन को गलत बताया जा रहा है। मामले में सीडीपीओ कुमारी किरण सिन्हा ने भी खाता खोलने से साफ इंकार कर दिया है।

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