बिगड़ती जा रही पति की तबीयत लेकिन बेपरवाह बना है जेल प्रशासन, बंदी की पत्‍नी ने लगाई गुहार

नवादा जेल के एक बंदी का इलाज सदर अस्‍पताल में कराया जा रहा है। बंदी की पत्‍नी व बच्‍चों ने डीएम से मिलकर कहा है कि सदर अस्‍पताल से रेफर करने के बाद भी उसके पति को बड़े अस्‍पताल में नहीं ले जाया जा रहा है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:58 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 10:58 AM (IST)
बिगड़ती जा रही पति की तबीयत लेकिन बेपरवाह बना है जेल प्रशासन, बंदी की पत्‍नी ने लगाई गुहार
डीएम को आवेदन देने पहुंची रामप्रवेश की पत्‍नी व साथ में बच्‍चे। जागरण

नवादा, संवाद सहयोगी। पिछले कई दिनों से सदर अस्पताल में इलाजरत बंदी रामप्रवेश यादव का सही इलाज नहीं कराया जा रहा है। इलाज को लेकर जेल प्रशासन गंभीर नहीं है। रेफर किए जाने के बावजूद बाहर नहीं ले जाया जा रहा है। यह शिकायत रोह थाना क्षेत्र के महकार गांव निवासी रामप्रवेश यादव की पत्‍नी बसंती देवी, पुत्री रिंकी कुमारी, पिंकी कुमारी व पुत्र सूरज ने डीएम से की है। उचित कार्रवाई का आग्रह किया है।

गोली लगने से जख्‍मी होने के बाद किया गया था गिरफ्तार

बसंती देवी ने बताया कि वह पूरे परिवार के साथ रोह बाजार में रहती है। पति चिमनी भट्ठा चलाते हैं। 31 जनवरी को वे मजदूर लाने अपने पैतृक गांव महकार गए थे। जहां जमीन विवाद को लेकर मारपीट हो गई और विपक्षियों ने उनपर गोली चला दी। गोली गाल को चीरते हुए निकल गई। वे गंभीर रुप से जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

लखनऊ रेफर करने के बाद भी रखा गया है सदर अस्‍पताल में

26 फरवरी को उन्हें एसजीपीआइ लखनऊ रेफर कर दिया गया। लेकिन उसके बाद जेल प्रशासन उन्‍हें लेकर नवादा आ गया। फिर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। सदर अस्पताल प्रशासन लगातार जेल प्रशासन को बंदी की बड़े अस्पताल में इलाज कराने को कह रहा है। लेकिन जेल प्रबंधन टालमटोल कर रहा है। हर बार कुछ बहाना बनाकर टाल दिया जा रहा है। बंदी की पत्‍नी ने बताया कि अब स्थिति यह हो गई है कि पति ने खाना-पीना कम कर दिया है। बमुश्किल दूध पी पा रहे हैं। ऐसे में उनकी जान पर खतरा बन आया है। महिला ने डीएम से बंदी पति की सही इलाज कराने की मांग की है। इस संबंध में जेलर से संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन बात नहीं हो सकी है।

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