बिहार में लगी 'तालिबानी-अदालत', प्रेमी-प्रेमिका को सजा-ए-मौत

उनका गुनाह केवल इतना था कि एक-दूसरे से प्यार करते थे। बस इसलिए पूरे गांव की नजर में वे सबसे बड़े अपराधी हो गए। जान बचाने के लिए भागने की फिराक में थे, तभी ग्रामीणों ने पकड़ लिया और गांव ले आए।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 13 May 2015 09:54 PM (IST) Updated:Thu, 14 May 2015 12:32 PM (IST)
बिहार में लगी 'तालिबानी-अदालत', प्रेमी-प्रेमिका को सजा-ए-मौत

गया। उनका गुनाह केवल इतना था कि एक-दूसरे से प्यार करते थे। बस इसलिए पूरे गांव की नजर में वे सबसे बड़े अपराधी हो गए। जान बचाने के लिए भागने की फिराक में थे, तभी ग्रामीणों ने पकड़ लिया और गांव ले आए। नक्सलियों की तरह गांव में 'तालिबानी-अदालत' लगाई गई।

एक-एक कर उनके गुनाह बताए... फिर सजा सुनाने का वक्त आया। 'तालिबानी-अदालत' ने मौत की सजा सुनाई, जिसके बाद पूरे गांव ने लाठी-डंडों से पीटकर दोनों की हत्या कर दी। हत्या के बाद शवों को एक ही चिता पर जला दिया गया।

वजीरगंज थाने के अमैठा गांव में बुधवार को कानून व्यवस्था को आइना दिखाने वाली ये घटना घटी। मृतक जोड़े का फूफा-भतीजी का रिश्ता था। लड़का शादीशुदा था। नौवीं की छात्रा 16 वर्षीय किशोरी पार्वती भोला मांझी की इकलौती पुत्री थी, जबकि मारा गया युवक कसियाडीह निवासी 25 वर्षीय जयराम मांझी था।

जयराम की पत्नी शारदा देवी ने अपने भाई भोला मांझी सहित सात पुरुषों और आठ महिलाओं समेत 15 लोगों के खिलाफ वजीरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने पार्वती की चाची बेबी देवी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में पंद्रह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने लड़की की चाची बेबी देवी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गुरुवार को एसएसपी के निर्देशन में करीब आधा दर्जन पुलिस टीम ने कई जगह छापेमारी की।

खौफनाकः युवक-युवती की हत्या कर आंखें निकाली

एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में पुलिस टीम बुधवार को घटनास्थल अमैठा गांव पहुंची। पुलिस ने शव के अवशेषों को वैज्ञानिक जांच के लिए कब्जे में लिया है। एसएसपी का कहना है कि जयराम मांझी की पत्नी हत्या का कारण प्रेम-प्रसंग बता रही है। प्रेमी-प्रेमिका सोमवार को अमैठा गांव छोड़कर चले गए थे।

जिनकी तलाश पार्वती के परिजन कर रहे थे। बुधवार को गया-धनबाद रेलखंड के पहाड़पुर स्टेशन से दोनों को पकड़ा गया। इसके बाद उन्हें गांव लाया गया। ग्रामीणों की मौजूदगी में दोनों को पीट-पीटकर मार डाला गया और एक साथ शवों को जला दिया गया। सूचना के बाद आनन-फानन पुलिस गांव पहुंची। पुलिस के आने की भनक लगते ही परिजन समेत कई आरोपी गांव छोड़कर फरार हो गए।

एसएचओ प्रभात कुमार शर्मा ने बताया कि नामजद आरोपियों में भोला मांझी (किशोरी का पिता), कुलदीप मांझी (चाचा), मिठू मांझी (चाची), सौगीन मांझी (चाचा), राजू मांझी (ग्रामीण), राजेश मांझी (ग्रामीण), सुरेश मांझी (ग्रामीण), बेबी देवी (चाची), दौलती देवी (चाची), पार्वती देवी (फुआ), दुलारी देवी (चाची), मालो देवी (ग्रामीण), रूबी देवी (ग्रामीण), बेदामी देवी (दादी) और सोमरवा देवी (ग्रामीण) शामिल हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

बुलंदशहर में तांत्रिक और पत्नी की चाकुओं से गोदकर हत्या

chat bot
आपका साथी