बाजार से फूलों की खुशबू गायब, व्यापारी परेशान

- फोटो - 801 -अनलॉक 1 में मंदिरों के पट खुलने के बाद भी फूल चढ़ाने को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं शादी-समारोह नहीं होने से भी बिक्री घटी --------------- जागरण संवाददाता गया

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Jun 2020 05:45 PM (IST) Updated:Wed, 03 Jun 2020 05:45 PM (IST)
बाजार से फूलों की खुशबू गायब, व्यापारी परेशान
बाजार से फूलों की खुशबू गायब, व्यापारी परेशान

गया । मंदिर के पास से गुजरते थे तो फूलों की खुशबू से दिल बाग-बाग हो जाता था। विवाह-शादी की सीजन में व्यापारियों के चेहरे फूलों की तरह खिले रहते थे, लेकिन कोरोना काल में सब खत्म हो गया। महीनों बाद अब मंदिरों पट खुलने वाले भी हैं तो यह तय नहीं है कि श्रद्धालु फूल लेकर मंदिर में जा सकते हैं या नहीं। इन्हीं सब कारणों से फूलों के व्यवसाय करने वाले मायूस हैं। कई-कई दिनों तक फूल के दुकानदारों की बोहनी तक नहीं हो रही है।

लहरिया टोला स्थित फूलों के थोक विक्रेता विकास कुमार मधुकर कहते हैं, कोरोना के कारण फूलों का बाजार चौपट हो गया। धार्मिक स्थलों के अलावा शादी-विवाह एवं अन्य समारोह बंद हैं। फूलों की बिक्री हो ही नहीं रही है। पूरे दिन दुकान पर बैठे रहने के बाद भी बोहनी तक नहीं हो रही है।

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बाहर से भी नहीं आ रहे फूल

कई स्थानों से ट्रेन गया नहीं पहुंच रही है। इसके कारण बाजार में बाहर से फूल नहीं आ रहे हैं। बाजार में सबसे अधिक फूल कोलकाता और बेंगलुरु से आते थे। इसमें गुलाब बेंगलुरु और गेंदा कोलकाता से आते थे। अभी सिर्फ लोकल फूलों की बिक्री हो रही है। अभी मानपुर, दंडीबाग, खिजरसराय आदि क्षेत्रों से बाजार में फूल आ रहे हैं।

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जयमाला के लिए विदेश

से आता था फूल

बाजार में शादी-विवाह में तरह-तरह के जयमाला बनते थे। इसके लिए थाइलैंड से आरकेट फूल आता था। पांच से 10 हजार रुपये में बिकता था। हवाई मार्ग बंद होने के कारण विदेश से फूल नहीं आ रहा है।

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