कुड़ारी पंचायत में एक व्यक्ति का बना दिया गया पांच जाब कार्ड, पांचों कार्ड एक ही दिन हुए हैं जारी

मनरेगा में सुधार नहीं दिख रहा है। ताजा मामला प्रखंड के कुड़ारी पंचायत का है। जहां एक ही व्यक्ति को पांच जाब कार्ड दे दिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह पांचों जाब कार्ड एक ही व्यक्ति को एक ही दिन दिया गया है।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Publish:Thu, 07 Jul 2022 02:21 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jul 2022 02:21 PM (IST)
कुड़ारी पंचायत में एक व्यक्ति का बना दिया गया पांच जाब कार्ड, पांचों कार्ड एक ही दिन हुए हैं जारी
महात्मा गांधी रोज़गार योजना का लोगो, जागरण

 संसू, रामपुर: प्रखंड में आए दिन मनरेगा में गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है। लेकिन प्रखंड में मनरेगा से जुड़े कार्यों में संतोषजनक सुधार नहीं दिख रहा है। ताजा मामला प्रखंड के कुड़ारी पंचायत का है। जहां एक ही व्यक्ति को पांच जाब कार्ड दे दिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह पांचों जाब कार्ड एक ही व्यक्ति को एक ही दिन दिया गया है। 

यह गड़बड़ी कैसे हुई इसके बारे में बताने वाला कोई नहीं। कुड़ारी पंचायत के रोजगार सेवक विरेंद्र कुमार ने बताया कि अलग-अलग रोजगार सेवक जाब कार्ड बनाए होंगे। रोजगार सेवक के इस जवाब से मनरेगा विभाग पूरी तरह संदेह के घेरे में आ जाता है। यदि अलग-अलग रोजगार सेवक ये जाब कार्ड बनाए हैं तो इससे यह स्पष्ट होता है कि जाब कार्ड बनाने से पहले यह जांच नहीं की जाती कि पूर्व के जाब कार्डधारी का पुन: जाबकार्ड बन रहा है या नहीं। 

यदि इतनी बड़ी लापरवाही बरती जाती है तो यह सिर्फ रामपुर प्रखंड के एक पंचायत का मामला है। पूरे प्रखंड में यदि जांच हो तो रोजगार सेवक कई पंचायतों में ऐसे कई जाबकार्ड बना दिए होंगे। जिसका लाभ किसे मिल रहा है इसकी कोई जांच करने वाला नहीं। बताया जाता है कि प्रखंड में बिचौलिए सक्रिय है। यह बिचौलिए मनरेगा मजदूरों का जाब कार्ड किराए पर ले लेते हैं। बाद में जाब कार्ड के आधार पर डाटा इंट्री करा दी जाती है। इस तरह से बिना काम किए ही मजदूरों के जाब कार्ड पर राशि आवंटित हो जाती है। वहीं नियमों की अनदेखी करते हुए बिचौलिए उसकी राशि को निकाल लेते हैं।

कहते हैं पदाधिकारी- 

जाब कार्ड परिवार में किसी एक व्यक्ति को ही दिया जाता है। यदि इस तरह का मामला है तो इसकी जांच कराई जाएगी। यदि मामला सही पाया जाएगा तो ऐसा करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।

संदीप कुमार, डीपीओ मनरेगा

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