मिर्जापुर में हर दिन आते हैं भूकंप के झटके

संजय कुमार, गया मानपुर के मिर्जापुर गांव में लोग हर दिन चार-पांच बार भूकंप का झटका महसूस करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Feb 2019 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 08 Feb 2019 10:00 AM (IST)
मिर्जापुर में हर दिन आते हैं भूकंप के झटके
मिर्जापुर में हर दिन आते हैं भूकंप के झटके

संजय कुमार, गया

मानपुर के मिर्जापुर गांव में लोग हर दिन चार-पांच बार भूकंप का झटका महसूस करते हैं। यह प्राकृतिक नहीं है, पहाड़ों के बेतहाशा उत्खनन के लिए किए जाने वाले विस्फोट के कारण होता है। यहां के लोग दहशत में हैं।

मानपुर प्रखंड के मिर्जापुर गांव में खेत बंजर बनते जा रहे हैं। दिन में भी धुंध छाई रहती है। सरकार ने गांव के पास के पहाड़ के उत्खनन के लिए निविदा दे रखी है, पर मानक के उल्लंघन के कारण स्थिति भयावह होती जा रही। गांव में कई मकानों में दरार पड़ चुकी है। इन सबसे परेशान होकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर की गई, जिस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है।

ग्रामीण जगदीश सिंह आर्य कहते हैं कि पहाड़ को बेतहाशा तोड़े जाने से सब कुछ बर्बाद हो गया। विस्फोट के समय भूकंप के झटके जैसा महसूस होता है। ऐसा हर दिन चार-पांच बार कई क्रशर चलने के कारण पूरा गांव प्रदूषण की चपेट में है। खेत में फसल नहीं हो रही। फल ही नहीं लगता है। तीन से चार किलोमीटर के दायरे में यही हाल है। अशोक सिंह एवं हरिरंजन सिंह कहते हैं कि गांव में रहना मुश्किल हो गया है। दिन-रात धूल कण उड़ते रहते हैं। रसुना, भागलपुर, कोवाचक, लोदीपुरी, मुर्गीचक, पांचूविगहा आदि गांवों का भी यही हाल है। उत्खनन के कारण जलस्तर भी नीचे चला गया है। पहले बीस फीट पर पानी निकल जाता था, अब डेढ़ सौ फीट पर भी पानी नहीं निकलता है। प्रदूषण का असर बच्चों की सेहत पर भी पड़ रहा है। लोग बीमार पड़ रहे हैं। पहाड़ का इतना दोहन किया गया कि उत्खनन के कारण तीन सौ फीट गहरी खाई बन गई है। डेढ़ सौ एकड़ में फैला पहाड़ आधा ही बच गया है। सरकार ने 25 हेक्टेयर पर ही लीज दी है, पर दूसरी जगहों पर भी अवैध खनन के कारण इसका अस्तित्व समाप्त होने को है।

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सभी क्रशर संचालकों को नोटिस किया गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का लाइसेंस है कि नहीं, यह भी देखा जाएगा। जिनके पास लाइसेंस नहीं है और मानक का पालन नहीं किया जा रहा है तो उसे सील कर दिया जाएगा। इसके अलावा पहाड़ की मापी कराई जा रही है। चिह्नित स्थानों के अलावा दूसरे स्थान पर उत्खनन पाए जाने पर संवेदक के विरुद्व कानूनी कार्रवाई करते हुए जुर्माना किया जाएगा।

कमल किशोर शरण, जिला खनन पदाधिकारी

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