गया में जीटी रोड पर ही सजता है बाल्टी बाजार, हादसे के भय के बीच मजबूरी में करते हैं कारोबार

गया में एनएच दो पर बाराचट्टी के पास सड़क पर ही बाल्‍टी और प्‍लास्टिक के डब्‍बे का बाजार सजता है। इससे एक ओर तो आवागमन में परेशानी होती है दूसरी ओर हादसे की आशंका भी बनी रहती है।

By Bihar News NetworkEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 04:53 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 04:53 PM (IST)
गया में जीटी रोड पर ही सजता है बाल्टी बाजार, हादसे के भय के बीच मजबूरी में करते हैं कारोबार
गया में सड़क पर सजा प्लास्टिक की बाल्टी और डिब्बों का बाजार।

जेएनएन, बाराचटटी (गया): राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या 2 के किनारे बाराचट्टी प्रखंड की चट्टी पर हर समय प्‍लास्टिक की बाल्‍टी और डब्‍बे का बाजार सजा रहता है। दर्जनों परिवार की आजीविका का यह साधन है। हालांकि इनके कारण आवागमन में परेशानी होती है। लेकिन इस व्‍यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि हम कहां जाएं। कोई जगह तो मुहैया कराया जाए जहां हम कारोबार कर सकें।

पुलिस भी करती है तंग देखती है शक की निगाह से

बाराचट्टी की चट्टी पर बाल्टी व डब्बे का कारोबार कर रहे संतोष प्रसाद केसरी बताते हैं कि हमलोग यह काम काफी दिनों से करते आ रहे हैं। हमारे पूर्वज यह काम करते रहे हैं। हम लोग बाल्टी की बिक्री करते हैं या डब्बे का तो पुलिस कहती है कि अफीम का कारोबार करते हो, यह कहकर हम लोगों को बराबर प्रताडि़त किया जाता है। जबकि इन सभी कामों से हम लोग बहुत दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है।

बाल्टी बेचने का कहीं सरकारी स्थान मिले तो

शिव कुमार गुप्ता, राजू गुप्ता, शैलेश गुप्ता, चंदन केसरी, भोला गुप्ता कहते हैं कि हम लोग इस कारोबार को जीटी रोड से हटके भी कर सकते हैं। बशर्ते की सरकार इसके लिए बाजार में हम लोगों को जगह देने की व्यवस्था करे। राजीव कुमार कहते हैं कि जीटी रोड पर इस कारोबार को करने में सड़क दुर्घटना का डर बराबर बना रहता है परंतु क्या करें दो पैसे कमाएंगे तभी बाल बच्चे को खिलाएंगे और पढ़ाने लिखाने का काम करेंगे।

दिव्यांग आशा का सहारा बना बाल्टी और डब्बा बिक्री का कारोबार

आशा दोनों पैर से दिव्यांग लड़की है। इसका कमाने खाने का जरिया यही बाल्टी कारोबार रह गया है। आशा बताती है कि जीटी रोड के किनारे इस धंधे को करने से अच्छी आमदनी हो जाती है। वाहन चालक भी हमारा बाल्टी को लेने आते हैं। अगर यह कारोबार नहीं होता तो खाने पर भी आफत आ जाती।

chat bot
आपका साथी