Gaya Crime News: बाइक से लौट रहे भोजपुर निवासी पिता-पुत्र की ट्रक से कुचलकर मौत, दाउदनगर-नासरीगंज पुल पर हुआ हादसा

Gaya Crime News औरंगाबाद के दाउदनगर-नासरीगंज सोन पुल पर बुधवार देर रात बाइक से लौट रहे पिता-पुत्र की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई। वे मृतक भोजपुर के बरसी गांव के निवासी थे। इस मामले में ट्रक चालक पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 05 Nov 2020 10:00 AM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 10:00 AM (IST)
Gaya Crime News: बाइक से लौट रहे भोजपुर निवासी पिता-पुत्र की ट्रक से कुचलकर मौत, दाउदनगर-नासरीगंज पुल पर हुआ हादसा
थाना परिसर में रखी सड़क हादसे में क्षतिग्रस्‍त बाइक। जागरण

जेएनएन, औरंगाबाद \गया।  दाउदनगर- नासरीगंज सोन पुल पर बुधवार की देर रात ट्रक से कुचलकर बाइक सवार पिता-पुत्र की मौत हो गई। उनकी पहचान 55 वर्षीय सत्येंद्र सिंह और इनके 32 वर्षीय पुत्र प्रभाकर पिंचु के रूप में की गई। ये दोनों भोजपुर जिला के तरारी थाना क्षेत्र के बरसी गांव के निवासी थे। घटना को लेकर प्रभाकर के साले राहुल कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।  इधर पिता-पुत्र की मौत की खबर मिलते ही ग्रामीण सन्‍न रह गए। स्‍वजनों की चित्‍कार से गांव में मातम पसरा है।

राहुल कुमार ने पुलिस को बताया कि वह और उसकेे बहनोई अलग-अलग बाइक पर सवार थे। अागे की बाइक उसके बहनोई प्रभाकर आगे बाइक चला रहे थे। पीछे उनके पिता बैठे हुए थे। पीछे से राहुल की बाइक थी। वे लोग ओबरा थाना क्षेत्र के अधौरा बालू घाट से गांव लौट रहे थे। इसी क्रम में सोन पुल पर एक ट्रक ने उन्‍हें कुचल दिया। घटनास्‍थल पर ही पिता-पुत्र की मौत हो गई। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। घटनास्‍थल पर पहुंची पुलिस ने शव को सदर अस्‍पताल भेज दिया। साथ ही दुर्घटनाग्रस्‍त बाइक जब्‍त कर ली। पुलिस ने बताया कि पोस्‍टमार्टम के बाद शव स्‍वजनों को सौंप दिया जाएगा।

इधर जैसे ही पिता-पुत्र की मौत की खबर उनके घर पहुंची, माहौल गमगीन हो गया। सबका रो-रोकर बुरा हाल है। सुबह होते ही स्‍थानीय लोगों को इस दर्दनाक हादसे की खबर मिली तो वे लोग मृतक के घर पहुंचे। सहसा किसी को भरोसा ही नहीं हो रहा था। सांत्‍वना देने वालों की भीड़ लगी रही। रह-रहकर आ रही स्‍वजनों के रोने की आवाज माहौल के सन्‍नाटे को वेध रही है। दो-दो की असमय मौत से गांव वाले भी किंकत्‍वर्यविमूढ़ हो गए हैं। उनका आक्रोश इस बात को लेकर भी था कि रात के समय ट्रक चालकों की मनमानी सबसे ज्‍यादा होती है। पुलिस भी केवल वसूली में व्‍यस्‍त रहती है। नतीजा होता है कि किसी की मांग का सिंदूर तो किसी का चिराग बुझता रहता है।

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