Aurangabad News: मशरूम की खेती कर आमदनी बढ़ाएं किसान, बैंकों से कम ब्‍याज पर मिलेगा लोन

प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत मशरूम उत्पादन कर किसान समृद्ध बन सकते हैं। आत्मा द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी के साथ प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मशरूम की खेती किसानों के लिए फायदेमंद है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 03:58 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 03:58 PM (IST)
Aurangabad News: मशरूम की खेती कर आमदनी बढ़ाएं किसान, बैंकों से कम ब्‍याज पर मिलेगा लोन
मशरूम की खेती से बढ़ेगी किसानों की आमदनी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सूत्र, अंबा (औरंगाबाद)। प्रखंड कृषि भवन सभागार में आयोजित कौशल विकास मिशन योजना के तहत मशरूम उत्पादन को लेकर आयोजित प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह, उपनिदेशक बीज निरीक्षक बिहार सनत कुमार जयपुरियार, आत्मा निदेशक सुधीर कुमार राय, कृषि अभियंत्रण बिहार के सहायक निदेशक अमरेंद्र कुमार, डीएचओ जितेंद्र कुमार एवं सहायक निदेशक पौधा संरक्षण मो. जावेद के अलावा मुख्य प्रशिक्षक विक्रांत कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मशरूम की खेती कर किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। कम लागत व कम जगह में मशरूम की खेती कर सकते हैं।

प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत मशरूम उत्पादन कर किसान समृद्ध बन सकते हैं। आत्मा द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी के साथ प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मशरूम की खेती किसानों के लिए फायदेमंद है। कम लागत तथा कम समय में मशरूम उत्पादन कर किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं। जिला उद्यान पदाधिकारी ने बताया कि मशरूम एक संतुलित आहार है, जिसमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज, लवण, अमीनो एसिड इत्यादि प्रचुर मात्र में पाए जाते हैं। इसमें कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो शरीर में होने वाले कई रोग ज्यादा रक्तचाप, शुगर, कैंसर, दिल के रोगों के लिए शरीर की रक्षा करने में सहायक होते हैं।

30 महिला व पुरुष किसानों को 240 घंटे का प्रशिक्षण

आत्मा उपनिदेशक सुधीर कुमार राय ने बताया कि जिला के 30 चयनित किसानों को अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा 240 घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें निशुल्क कीट दिया जाएगा। बताया कि प्रशिक्षण के उपरांत सफल प्रतिभागियों को आत्मा कार्यालय के द्वारा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। प्रमाण पत्र के आधार पर प्रशिक्षण लिए किसानों को प्राइवेट कंपनियों में प्लेसमेंट एवं स्वरोजगार हेतु बैंकों से न्यूनतम ब्याज पर ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा।

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