बिहार: गुस्से में मां ने दो बेटों संग मालगाड़ी के आगे कूदकर दे दी जान, पटरी पर तीनों के दूर-दूर तक बिखर गए शव
बिहार व झारखंड को जोड़ने वाले गया-धनबाद रेलखंड के टनकुप्पा व बंशीनाला स्टेशन के बीच पारिवारिक कलह से तंग महिला ने दो बेटों के साथ मालगाड़ी (गुड्स ट्रेन) के आगे कूदकर जान दे दी।
गया, जेएनएन। बिहार व झारखंड को जोड़ने वाले गया-धनबाद रेलखंड के टनकुप्पा व बंशीनाला स्टेशन के बीच पारिवारिक कलह से तंग महिला ने अपने दो बेटों के साथ मालगाड़ी (गुड्स ट्रेन) के आगे कूदकर जान दे दी। तीनों की माैके पर ही मौत हो गई। पहले से लोग कोरोना वायरस को लेकर डरे हुए हैं। इस घटना से इलाके में कोहराम मच गया। एक साथ तीन की मौत ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। हालांकि लोगों का यही कहना है कि ऐसा भी क्या गुस्सा।
जानकारी के अनुसार, गया-धनबाद रेलखंड के टनकुप्पा व बंशीनाला स्टेशन के बीच डाउन रेल पटरी पर फेरूबिगहा गांव के समीप शनिवार की सुबह सात बजे एक महिला ने अपने दो बेटों के साथ मालगाड़ी के आगे कूदकर जान दे दी। घटना का कारण पारिवारिक कलह बताया जा रहा है। सूचना पर स्वजन शव उठाकर ले गए और दोपहर में अंतिम संस्कार कर दिया।
मृतका टनकुप्पा थाना क्षेत्र के मनकडीहा गांव के निवासी रामप्रवेश मांझी की 30 वर्षीया पत्नी कविता उर्फ बबीता देवी थी। वह अपने बड़े पुत्र सात वर्षीय गुलशन कुमार व छोटे पुत्र पांच वर्षीय दिनेश कुमार के साथ ट्रेन के आगे कूदी थी। वहीं, मृतका के पिता सोहरबिगहा निवासी धनेश्वर मांझी ने बताया कि एक दिन पहले बेटी के साथ ससुराल में स्वजनों ने झगड़ा किया था। दामाद उनकी बेटी को बच्चों के साथ पहुंचाने के लिए सोहरबिगहा आया था, फिर वह चला गया था।
बताया जाता है कि शनिवार की सुबह कविता अपने बच्चों के साथ मायके से निकलकर फेरूबिगहा के पास डाउन लाइन पर आ रही मालगाड़ी के आगे कूद गई। इससे शव क्षत-विक्षत होकर रेल ट्रैक पर दूर तक बिखर गया। इस घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। बहरहाल, एक साथ मां और दोनों बेटों की मौत ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।