मेहनत एवं लगन से ही सामाजिक समानता संभव

जागरण संवाददाता, गया : गया कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग में 'सामाजिक, समावेश और आर्थिक विकास' विषय पर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 09:19 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 09:19 PM (IST)
मेहनत एवं लगन से ही सामाजिक समानता संभव
मेहनत एवं लगन से ही सामाजिक समानता संभव

जागरण संवाददाता, गया : गया कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग में 'सामाजिक, समावेश और आर्थिक विकास' विषय पर सेमिनार हुआ। इस मौके पर विभागाध्यक्ष ने पुष्प गुच्छ देकर प्राचार्य का स्वागत किया। प्राचार्य डॉ. दिनेश प्रसाद सिन्हा ने कहा कि मेहनत एवं लगन से ही सामाजिक समानता संभव है। छात्र अपनी प्रतिभा से ही खुद विकास लिख सकता है। अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अश्रि्वनी कुमार ने कहा कि सामाजिक समावेश भारतीय परंपरा एवं भारतीय संस्कृति सोच में है। सबका साथ सबका विकास, भारत की आत्मा में है। महात्मा गाधी से लेकर आंबेडकर ने विकास लाभ का लक्ष्य अंतिम व्यक्ति तक लाभ को पहुंचाना था। आज भारत फ्रांस को पछाड़कर विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। बेशक यह उपलब्धि हम भारतीयों को गौरवान्वित करती है। विकास दर 7:83 से आगे बढ़ी है। लेकिन आज देश में कमजोर वर्ग के लोग एससी, एसटी, ओबीसी, माइनॉरिटी के साथ वंचित वर्ग महिलाएं, बच्चों, अपाहिज, बुजुर्गो के जीवन स्तर में कोई खास सुधार नहीं हो पाया है। वैश्विक बाजारवाद के बाद अमीर और गरीबों के बीच दूरी ज्यादा होती जा रही है। आज समय की आवश्यकता है कि आर्थिक सामाजिक राजनीतिक सामाजिक एवं सास्कृतिक इन वर्गो के पहुंच एवं भागीदारी सरकार एवं शासन में हो। वह समाज में सम्मान बिना भेदभाव से जिंदगी जी सकें। आर्थिक राजनैतिक, सामाजिक समावेश से ही इनके जीवन स्तर में सुधार आएगा और इनके चेहरे पर मुस्कान आ सकेगा। अगर न्यू इंडिया के सपने को साकार करना है तो नीतिगत क्राति की जरूरत है। क्योंकि भारत के लिए आर्थिक समानता महिला पुरुष में समानता गरीबी एवं से निजात आने तथा उत्तम स्वास्थ्य एवं शिक्षा की पहुंच सभी तक करने जैसा विकराल चुनौतियों से पार पाना होगा।

इस अवसर पर कॉलेज के उप प्राचार्य डॉ. शशिरंजन रस्तोगी, प्रो. आदर्श कुमार गुप्ता, प्रो. गोपाल सिंह, प्रो.चंद्रिका सोनी भी मौजूद रहे। सेमिनार का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. श्रुति प्रिया एवं मंच संचालन तृतीय वर्ष के छात्र सूरज राउत ने किया। विभाग के प्रथम वर्ष के छात्रों वक्ता के रूप में सराहनीय प्रदर्शन किया। जिसमें अभिषेक कुमार, प्रिंस कुमार, विश्वास कुमार, राहुल कुमार, अदनान अली, आकाक्षा कुमारी, अनुष्का कुमारी, राजीवरंजन कुमार, रौशन वर्मा ने विचार रखे। इस अवसर पर सैकड़ों छात्र-छात्राओं सेमिनार में शामिल हुए।

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