गया हवाई अड्डे से हज यात्री का पहला जत्था रवाना

By Edited By: Publish:Thu, 28 Aug 2014 01:05 AM (IST) Updated:Thu, 28 Aug 2014 01:05 AM (IST)
गया हवाई अड्डे से हज यात्री का पहला जत्था रवाना

जागरण संवाददाता, बोधगया (गया): मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि गया में हज भवन होता तो हज यात्रा को जाने वालों को सुविधा होती। हमने संकल्प लिया है कि गया में तीनों धर्मावलंबियों (हिन्दू, इस्लाम व बौद्ध) के लिए समुचित व्यवस्था करेंगे। और संकल्प लिया है तो निश्चित ही आगे बढ़ेंगे। श्री मांझी बुधवार को गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में आजमीने हज को शुभकामना देने के क्रम में उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि नेक बंदों को अल्लाह ने बुलाया है। आप वहां जाकर अपने लिए नहीं, बल्कि देश, राज्य व कौम में अमन-चैन के लिए दुआ मांगें। नेक नीयत और पाक इरादे से मांगी गई दुआ ही कबूल होती है। उन्होंने कहा कि अन्य धर्मो से इस्लाम धर्म कठिन है। हज यात्रा और रमजान दोनों कठिन है। 45-46 दिन हज यात्रा के क्रम में एक लक्ष्य के तहत अल्लाह की इबादत की जाती है। सारे चिंताओं को छोड़कर एक कार्य में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बड़ी-बड़ी विमान उतरे। इसके लिए रन-वे विस्तार का कार्य शीघ्र आरंभ होगा। क्योंकि जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि समाज में विभेद करने वाले के सद्बुद्धि के लिए भी दुआ मांगे। ताकि सूबे में विकास और अमन-चैन कायम रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मांझी ने सभी 128 आजमीने हज को बारी-बारी से गुलाब का फूल भेंट कर उनकी सुविधा के लिए एयरपोर्ट पर बनाए गए पंडाल का निरीक्षण किया। यहां यह बता दें कि बुधवार से हज यात्रा का क्रम शुरू हो गया। हालांकि पहले ही दिन विमान विलंब से पहुंची और उड़ान भरी। जिससे आजमीने हज को थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा। एयर इंडिया की एआई 5501 विमान अपने निर्धारित समय से लगभग पांच घंटे विलंब से 128 आजमीने हज को लेकर जेद्दा के लिए उड़ान भरी। इस अवसर पर मंत्री श्याम रजक, नौशाद आलम, हज कमेटी के अध्यक्ष मो. अनिसुर रहमान, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मो. इरसाद उल्लाह, विधायक डा. कृष्णनंदन यादव, विधान पार्षद अनुज सिंह, आयुक्त आरके खंडेलवाल, डीआइजी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, जिलाधिकारी एसके अग्रवाल, एसएसपी एनके तिवारी व एयरपोर्ट निदेशक समर कुमार विश्वास सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्वागत भाषण डा. फरासत हुसैन ने दिया। वहीं, अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र व टोपी सारिम अली ने भेंट की।

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