ममरखा में तिरहुत नहर का बांध टूटा, दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद

अरेराज प्रखंड क्षेत्र की ममरखा पंचायत अंतर्गत मलाही दरगाह टोला के पास गुरुवार की शाम तिरहुत नहर का बांध टूटने से क्षेत्र के दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। पीड़ित किसान अपनी फसल की बर्बादी को लेकर चितित है। तिरहुत नहर सोनवल से गोविदगंज क्षेत्र में आई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Jan 2022 12:19 AM (IST) Updated:Sat, 15 Jan 2022 12:19 AM (IST)
ममरखा में तिरहुत नहर का बांध टूटा, दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद
ममरखा में तिरहुत नहर का बांध टूटा, दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद

मोतिहारी । अरेराज प्रखंड क्षेत्र की ममरखा पंचायत अंतर्गत मलाही दरगाह टोला के पास गुरुवार की शाम तिरहुत नहर का बांध टूटने से क्षेत्र के दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। पीड़ित किसान अपनी फसल की बर्बादी को लेकर चितित है। तिरहुत नहर सोनवल से गोविदगंज क्षेत्र में आई है। किसानों की सिचाई के लिए नहर से पूर्व में पानी भी समय से आता था और लोग सिचाई भी करते थे, लेकिन विगत कुछ वर्षों से इस नहर में पानी भी नहीं आ रहा था। इससे किसानों को समय पर नहर से सिचाई का लाभ भी नहीं मिलता था। इस बार के मौसम पानी छोड़े जाने से उक्त नहर की पहले से कमजोर बांध दबाव झेलने में सक्षम नहीं हो सकी, जिससे बांध टूट गई। दर्जनों किसानों की आलू, गेहूं और सरसों की फसल बर्बाद हो गई है। ममरखा पंचायत के किसान प्रहलाद सिंह, झुनझुन सिंह, अरुण शुक्ला, शकूर मियां, ताहिर मियां, भोला ठाकुर, वीरेंद्र सिंह, रामचंद्र पंडित, मदन सिंह सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि गंडक विभाग की ओर से तीन-चार दिन पहले पानी छोड़ा गया है। नहर की बांध काफी कमजोर है, इससे गुरुवार की रात अचानक नहर की बांध टूट गई और उसका पानी फसल लगी खेतों में फैल गई। नवनिर्वाचित उपप्रमुख माधो सिंह व पंचायत समिति सदस्य रमावती देवी समेत कुछ ग्रामीणों ने किसानों की फसल क्षति को लेकर मुआवजे की मांग भी की है। गंडक विभाग अरेराज के कनीय अभियंता मधुकांत कुमार ने बताया कि नहर की टूटी बांध की मरम्मत कराई जा रही है।

इनसेट

लगातार हो रहे रिसाव पर दिया जाता ध्यान तो नहीं होती किसानों को क्षति

अरेराज, संस : छोटी सी चूक को नजरअंदाज करना बाद में कितना महंगा पड़ जाता है इसका उदाहरण प्रखंड क्षेत्र की ममरखा पंचायत के दरगाह टोला के पास देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों के अनुसार पिछले दो-तीन दिनों से तिरहुत नहर के बांध में हो रहे रिसाव हो रहा था, जिसपर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण गुरूवार की रात बांध ही टूट गई। इस कारण सैकड़ों एकड़ में लगी रबी की फसल पूरी तरह पानी में डूब गई । लगातार हो रहे रिसाव की खबर नहीं लेनेवाले गंडक विभाग के अधिकारी बांध टूटने पर शुक्रवार को यहां पहुंचे और बांध की मरम्मत कार्य शुरू कराई है। यहां बता दें कि 11 जनवरी से ही नहर में रिसाव हो रहा था और उसका पानी फसल लगी खेतों में फैल रही थी। फसल डूबने से किसान त्राहि-माम कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि गंडक विभाग के अधिकारी नहरों के रखरखाव पर तनिक भी ध्यान नहीं देते हैं। इस कारण यह हालत होती रहती है। किसानों का कहना है कि यह कैसी विडंबना है कि कभी नहरों में पानी का अभाव रहता है और जब पानी आता है तो खेतों की सिचाई के बदले फसलों की बर्बादी ही हो जाती है।

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