2015 बैच के छात्रों के आंदोलन से मेडिकल की पढ़ाई ठप

दरभंगा मेडिकल कॉलेज(डीएमसी) के 2015 बैच के छात्रों के आंदोलन से चौथे दिन शनिवार को भी पठन-पाठन ठप रहा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 01:34 AM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 01:34 AM (IST)
2015 बैच के छात्रों के आंदोलन से मेडिकल की पढ़ाई ठप
2015 बैच के छात्रों के आंदोलन से मेडिकल की पढ़ाई ठप

दरभंगा। दरभंगा मेडिकल कॉलेज(डीएमसी) के 2015 बैच के छात्रों के आंदोलन से चौथे दिन शनिवार को भी पठन-पाठन ठप रहा। प्रशासनिक कार्य व्यवस्था चरमरा गई है। छात्रों ने ओपीडी में ताला जड़ दिया। गायनिक, मेडिसीन आदि विभागों की आतंरिक परीक्षा को बंद करा दिया। पुराने भवन में चल रहे एनाटोमी, फिजियोलॉजी और बायोकेमेस्ट्री के पठन पाठन को ठप करा दिया। इधर प्राचार्य कार्यालय के प्रशासनिक और इस कार्यालय स्थित चार विभागों में पठन पाठन पहले से बाधित है। इस भवन के पैथोलाजी, फार्माकॉलोजी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग और अन्य यूनिट नहीं खुले। इसको लेकर पीजी और अन्य अंडर ग्रेजुएट छात्रों की पढ़ाई चौथे दिन भी बाधित रही। शोध कार्य नहीं हो सका। सबसे अधिक परेशानी वैसे मरीजों को हुई जो चार दिनों से जांच के लिए भटक रहे हैं। प्रत्येक दिन 150 से अधिक मरीज बैरंग लौट रहे हैं।

धरनार्थी छात्रों के मान मनौव्वल को लेकर कॉलेज के गेस्ट हाउस में डीएमसी टीचर्स काउंसिल की बैठक हुई। तय हुआ कि अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद के नेतृत्व में 18 सितंबर को तीन सदस्यीय टीम आर्यभटट विवि पटना के वीसी से मिलने के लिए जाएगी। टीम में पैथोलॉजी विभाग के डॉ. अजीत कुमार चौधरी, आइएमए के अध्यक्ष डॉ. सीएम झा शामिल हैं। इन छात्रों की परीक्षा शीघ्र आयोजित करने की मांग को लेकर यह टीम पटना में वार्ता करेगी। मालूम हो कि इन छात्रों की परीक्षा लनामिविवि में चल रही थी। वहां एक मामले को लेकर हंगामा हुआ। इस वजह एफएमटी की परीक्षा रद कर दी गई। प्राचार्य डॉ. एचएन झा ने बताया कि छात्रों की मांग को लेकर 14 सितंबर को पटना गए थे। लेकिन छात्रों की मांग के अनुसार वहां निर्णय नहीं हो सका। प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज के अधिकारियों के आश्वासन पर इन छात्रों ने अस्पताल के ओपीडी को इस बंद से मुक्त कर दिया है।

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