घनश्यामपुर कई गावों में घुसा बाढ़ का पानी, प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग

दरभंगा। कमला-बलान नदी का जलस्तर बढ़ने से घनश्यामपुर प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। नदी के दोनों तटबंध के बीच बसे बैद्यनाथपुर बाउर नवटोलिया कनकी मुसहरी कैथाही भरसाहा गिदराही जमरी डीह मुसहरी लगमा मुसहरी गिद्धा रसियारी पुनर्वास टोला गांव में बाढ़ के पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Jun 2020 01:12 AM (IST) Updated:Tue, 30 Jun 2020 01:12 AM (IST)
घनश्यामपुर कई गावों में घुसा बाढ़ का पानी, प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग
घनश्यामपुर कई गावों में घुसा बाढ़ का पानी, प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग

दरभंगा। कमला-बलान नदी का जलस्तर बढ़ने से घनश्यामपुर प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। नदी के दोनों तटबंध के बीच बसे बैद्यनाथपुर, बाउर, नवटोलिया, कनकी मुसहरी, कैथाही, भरसाहा, गिदराही, जमरी डीह मुसहरी, लगमा मुसहरी, गिद्धा, रसियारी पुनर्वास टोला गांव में बाढ़ के पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। गांव की सड़कों पर चार से पांच फीट पानी बह रहा है। प्रखंड मुख्यालय से कई गावों का सड़क संपर्क भंग हो गया है। नदी के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए ग्रामीण ऊंचे स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। मध्य विद्यालय रसियारी, मध्य विद्यालय बाउर कन्या, प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया, प्राथमिक विद्यालय कनकी मुसहरी में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। घनश्यामपुर-बाउर, कमला तटबंध से नवटोलिया सहित अन्य गांवों को जोड़ने वाली सड़क पर चार से पांच फीट तक बाढ़ का पानी बह रहा है। इन रास्तों पर आवाजाही ठप है। किसानों की फसल अरहर, मौसमी सब्जियों को नुकसान पहुंचा है। तटबंध पर पानी के दबाव को लेकर बढ़ी चौकसी

दूसरी ओर तटबंध पर पानी के दवाब को देखते हुए चैकसी बढ़ा दी गई है। 65वें किलोमीटर, जयदेवपट्टी से 75वें किमी रसियारी के बीच तटबंध मरम्मत कार्य शुरू किया गया है। सोमवार को सीओ दीनानाथ कुमार व थानाध्यक्ष आषुतोष कुमार झा ने तटबंध का निरीक्षण किया। सीओ ने बताया कि क्षेत्र में निजी और सरकारी मिलाकर कुल सात नावों का परिचालन शुरू करवाया गया है। जगह-जगह बांध मरम्मत का कार्य चल रहा है। बाढ़ के विकराल रूप से डरे लोग, तटबंध मजबूत करने की मांग ग्रामीणों को बाढ़ के विकराल रूप की आशंका अभी से सताने लगी है। लोगों का कहना हैं कि यदि जल्द बाढ़ निरोधी कार्य तेजी से नहीं शुरू किया गया तो एक बार फिर बाढ़ से तबाही मच सकती है।

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