आज से गूंजेगी मां श्यामा नामधुन की स्वरलहरी

दरभंगा। स्थानीय श्यामा मंदिर में श्यामा नामधुन नवाह यज्ञ का शुभारंभ 16 नवंबर को प्रात 8 बजे कलश शोभायात्रा से होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 12:39 AM (IST) Updated:Sat, 16 Nov 2019 12:39 AM (IST)
आज से गूंजेगी मां श्यामा नामधुन की स्वरलहरी
आज से गूंजेगी मां श्यामा नामधुन की स्वरलहरी

दरभंगा। स्थानीय श्यामा मंदिर में श्यामा नामधुन नवाह यज्ञ का शुभारंभ 16 नवंबर को प्रात: 8 बजे कलश शोभायात्रा से होगा। सुबह 10.30 बजे दीप प्रज्वलन के साथ ही यज्ञ का उद्घाटन व श्यामा संदेश पत्रिका व 2020 के कैलेंडर का लोकार्पण किया जाएगा। उद्घाटन के दौरान प्रमंडलीय आयुक्त मयंक बड़बरे, जिलाधिकारी डॉ.त्यागराजन एसएम, पुलिस महानिरीक्षक पंकज दाराद, सांसद गोपालजी ठाकुर, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सर्व नारायण झा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह समेत कई गणमान्य मौजूद रहेंगे। प्रधान पुजारी प्रेमानंद झा एवं सहायक पुजारी शरद कुमार झा 11.30 में अग्निस्थापन, भगवती पूजन, आरती व मंच पूजन कर नामधुन को प्रारंभ कराएंगे। नामधुन का प्रारंभ पारस पंकज झा व डॉ. ममता ठाकुर करेंगी। नवाह यज्ञ का समापन 25 नवंबर को दिन के 11.30 बजे होगा। इस दौरान निर्बाध हवन व नवार्ण मंत्र का जप भी चलता रहेगा। न्यास समिति के सह सचिव डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि कलश शोभायात्रा में 501 कुंवारी कन्याएं भाग लेंगी।

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12 से छह बजे शाम तक महिला मंडली के हाथों में कमान :

नवाह यज्ञ के दौरान निर्बाध मां श्यामा नामधुन जाप के लिए 15 कीर्तिन मंडलियों का चयन किया गया है। इनमें महिला मंडलियो का समय दोपहर 12 से शाम के 6 बजे तक निर्धारित किया गया है। मां श्यामा न्यास समिति के सह सचिव प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि पूरे परिसर को सीसीटीवी की निगरानी में रखा जाएगा। पहले से लगे आठ कैमरों के अलावा आठ शक्तिशाली कैमरे जगह-जगह लगाए गए हैं। भक्तों के प्रवेश के लिए मंदिर का पश्चिमी व दक्षिणी गेट व निकासी के लिए कटहलवाड़ी की ओर व अन्नपूर्णा मंदिर का गेट निर्धारित किया गया है। मंदिर के दक्षिणी गेट से निकासी विशेष परिस्थिति में ही होगी। मुख्य मंदिर में प्रवेश के लिए महिला व पुरुषों के लिए अलग प्रवेश द्वार होंगे।

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सुरक्षा गार्ड व स्वयंसेवक संभालेंगे विधि-व्यवस्था :

मुख्य मंदिर में महिलाएं पूरब में निर्मित नवीन गेट से प्रवेश करेंगी व ऊपर जाने वाले द्वार की बायीं ओर से मंदिर पर दर्शन कर दक्षिण पश्चिम की ओर घूमते हुए उत्तरी सीढ़ी के पश्चिमी भाग से नीचें उतरेंगी। वहीं पुरुष पूरब की ओर से सीढ़ी के उत्तरी भाग से प्रवेश कर दर्शन करते हुए मंदिर के उत्तर से होते हुए उत्तरी सीढ़ी के पूर्वी भाग से नीचे उतरेंगे। इस अवधि में मुख्य मंदिर में परिक्रमा, दीप प्रज्वलन व अगरबत्ती के प्रयोग पर सुरक्षा की दृष्टि से रोक रहेगी। नवाह के दौरान परिसर में पुलिस बलों की तैनाती रहेगी। न्यास समिति की ओर से भी सुरक्षा गार्ड लगाए गए हैं। इसके अलावा संस्कृत विवि के एनएसएस स्वयंसेवकों को भी व्यवस्था में लगाया गया है। सुरक्षा के नजरिए से परिसर स्थित सरोबर के सभी घाटों को सील कर दिया गया है और सरोवर में स्नान वर्जित रहेगा। वाहन पार्किंग की व्यवस्था सत्संग भवन के दक्षिणी भाग में की गई है।

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