मिथिलाक्षर के प्रसार के लिए आगे आएं व्यावसायिक व शैक्षणिक प्रतिष्ठान : डॉ. बैजू

मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान का छठा स्थापना दिवस बुधवार को समारोह पूर्वक मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Oct 2019 01:17 AM (IST) Updated:Thu, 10 Oct 2019 06:28 AM (IST)
मिथिलाक्षर के प्रसार के लिए आगे आएं व्यावसायिक व शैक्षणिक प्रतिष्ठान : डॉ. बैजू
मिथिलाक्षर के प्रसार के लिए आगे आएं व्यावसायिक व शैक्षणिक प्रतिष्ठान : डॉ. बैजू

दरभंगा। मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान का छठा स्थापना दिवस बुधवार को समारोह पूर्वक मनाया गया। बहादुरपुर प्रखंड कार्यालय स्थित सेंट्रल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में आयोजित कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू, निर्वाचन आयोग के जिला आइकॉन व साहित्यकार मणिकांत झा एवं प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. योगानंद झा ने संयुक्त रूप से किया। डॉ. बैजू ने कहा कि वर्तमान समय में मिथिला, मैथिली और मिथिलाक्षर के सूरत-ए-हाल हमें आत्मावलोकन करने की जरूरत है। यदि हम अपनी मातृ लिपि मिथिलाक्षर का प्रयोग दैनिक कार्यों में नहीं करेंगे तो वह पुन: मृत प्राय हो जाएगी। उन्होंने मृतप्राय हो चुकी मिथिला की धरोहर लिपि मिथिलाक्षर को पुनर्जीवित करने में मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान की भूमिका की सराहना करते हुए मिथिला के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को इसे अपनाते हुए इसके प्रचार-प्रसार के लिए आगे आने का आह्वान किया। मणिकांत झा ने कहा कि मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के संस्थापक पं. अजय नाथ झा शास्त्री ने मिथिलाक्षर लिपि को सोशल मीडिया के माध्यम से पुनर्जीवित करने का अभियान चलाकर ऐसा नेक कार्य किया है, जिसके लिए मिथिला के इतिहास में उनका नाम स्वर्णाक्षर में लिखा जाएगा। मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के संस्थापक सदस्य एवं साहित्य अकादमी से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. योगानंद झा ने अभियान के गतिविधियों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मिथिलाक्षर की शत-प्रतिशत साक्षरता के प्रति इस अभियान से जुड़े अभियानी पूर्णत: कृतसंकल्प हैं, लेकिन मिथिलाक्षर को चलन में लाना संपूर्ण मिथिलावासी की जिम्मेवारी है। कार्यक्रम में कृष्णकांत झा, उग्रनाथ झा, परमानंद झा, इंद्रजीत यादव, गणित कुमार यादव एवं कुमारी श्वेता झा ने भी अपने विचार रखे। अभियान के वरीय संरक्षक प्रवीण कुमार झा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत आचार्य बंशीधर झा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. हरेकृष्ण झा ने किया। इससे पूर्व आकाशवाणी के कलाकार दीपक कुमार झा ने गोसाउनि गीत प्रस्तुत किया। मौके पर अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कुल 37 लोगों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सर्वसम्मति से मिथिलाक्षर के प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय व्यवसायिक एवं शैक्षणिक प्रतिष्ठानों को आगे आने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम के आयोजन में श्रवण कुमार एवं सत्यनारायण यादव की सक्रिय भूमिका रही।

---------------------------

chat bot
आपका साथी