शराब नहीं मिली तो भांग खाकर हुआ बेहोश, पहुंचा नशा मुक्ति केन्द्र

दरभंगा। शराबबंदी को लेकर जो अंदेशा था वही हुआ। पहले दिन शराब नहीं मिलने के कारण दो लोग पहली बार भांग

By Edited By: Publish:Sun, 03 Apr 2016 12:36 AM (IST) Updated:Sun, 03 Apr 2016 12:36 AM (IST)
शराब नहीं मिली तो भांग खाकर हुआ बेहोश, पहुंचा नशा मुक्ति केन्द्र

दरभंगा। शराबबंदी को लेकर जो अंदेशा था वही हुआ। पहले दिन शराब नहीं मिलने के कारण दो लोग पहली बार भांग का सेवन कर अपनी सुध-बुध गंवा बैठे। बेहोशी की हालत में परिजनों ने इलाज के लिए डीएमसीएच के डी-एडिक्शन वार्ड ले गए। जहां दोनों का उपचार हुआ। उपचार के बाद दोनों होश में आए। फिर परामर्श के बाद दोनों को छुट्टी दे दी गई। नशे की हालत में एक और मरीज का यहां इलाज हुआ। बताया जाता है कि इसमें से दो नशेड़ियों को शुक्रवार को पीने के लिए शराब नहीं मिला। दोनों ने भांग का सेवन कर लिया। पहली बार भांग खाने के कारण दोनों बेहोश हो गए। बेहोशी की हालत में दोनों को इमरजेंसी वार्ड में लाया गया। जहां से इनलोगों को डी-एडिक्शन वार्ड में ले जाया गया। जहां उपचार के बाद सभी होश में आ गए। उपचार के बाद मरीजों को शराब पीने से होने वाली परेशानियों व बीमारी के बारे में समझाया गया। तीनों ने आगे से नशापान नहीं करने की बात कही।

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-उदघाटन के 24 घंटे बाद ही नशा मुक्ति केन्द्र की हवा निकली

-दिन के 3 बजे केन्द्र में तैनात मिले महज एक वार्ड अटेंडेंट

दरभंगा : शराबबंदी के कारण नशे के शिकार लोगों को होने वाली परेशानियों के मद्देनजर डीएमसीएच के मेडिसीन वार्ड में शुक्रवार को 10 बेड का डी-एडिक्सन वार्ड का उदघाटन किया गया। लेकिन, उदघाटन के महज 24 घंटे बाद ही इस वार्ड की व्यवस्था की हवा निकल गई। शनिवार को दिन के 3 बजे दैनिक जागरण की टीम वार्ड का मुआयना करने पहुंची तो वहां डयूटी पर महज एक वार्ड अटेडेंट मो. अमानुल्लाह तैनात थे। वहीं चिकित्सक कक्ष की कुर्सियां खाली पड़ी थी। जबकि, सभी बेड खाली पड़े हुए थे। पूछने पर वार्ड अटेडेंट ने बताया कि डॉ. राकेश कुमार ¨सह, मेल नर्स रिजवान सिकंदर व परिवार कल्याण परामर्शी मनोज कुमार चौधरी अपनी डयूटी करने के बाद 2 बजे दिन में चले गए। जबकि, दूसरे चिकित्सक डॉ. बीके ठाकुर व नर्स कृष्णा कुमारी अभी योगदान नहीं दिए हैं। डॉ. ठाकुर व नर्स के योगदान नहीं देने के कारण चिकित्सक कक्ष खाली है। वार्ड अटेडेंट ने बताया कि मरीज के आने पर डॉ. राकेश कुमार ¨सह फोन कर बुलाने की बात कही है। इधर, उदघाटन के 24 घंटे के बाद आज टाईल्स लगाने का काम होने के कारण पूरे वार्ड में गंदगी फैला हुआ था। बता दें कि सूबे में पहली अप्रैल से शराबबंदी को लेकर डीएमसीएच में शुक्रवार को 10 बेड का डी-एडिक्सन वार्ड का उदघाटन हुआ। इसमें नशे के शिकार लोगों को शराब नहीं मिलने के कारण होने वाली परेशानियों को दूर करने, परामर्श व इलाज की व्यवस्था की गई है। संचालन के लिए विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ. श्रीराम ¨सह ने अलीनगर पीएचसी के चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार ¨सह व सदर पीएचसी के चिकित्सक डॉ. बीके ठाकुर को केन्द्र में तैनात किया। एपीएचसी पंचोभ के स्टॉफ नर्स मंजीत कुमार, एपीएचसी गनौली के मो. रिजवान सि¨कदर व रेफरल अस्पताल बिरौल की स्टॉफ नर्स कृष्णा कुमारी को केन्द्र में प्रतिनियुक्त किया गया है। वार्ड ब्याय के रूप में कृष्णा कुमार, अमरेश लाल देव, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी शिव शंकर कुमार पासवान व मो. अमानुल्लाह की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। वहीं, परिवार कल्याण परामर्शी मनोज कुमार चौधरी को भी नशा मुक्ति केन्द्र में प्रतिनियुक्त किया गया है।

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