पूर्वजों की धरती पर आए एनआरआइ का भव्य स्वागत

पूर्वजों की जमीन पर कदम पड़ते ही मन खुशी से झूम उठा हमारा उद्देश्य है कि हमारे पूर्वजों के गांव के बच्चे पढ़ लिख कर इस देश का नाम रोशन करें। इसी उद्देश्य से पूर्वजों की जमीन पर विद्यालय का निर्माण कराया गया है। राजपुर प्रखंड के बन्नी गांव स्थित शिवचंद मेमोरियल स्कूल के वार्षिक समारोह के अवसर पर शुक्रवार को ग्रामीणों को संबोधित करते हुए दक्षिण अफ्रीका से आए डॉ.राज राम किशन ने उक्त बातें कही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 06:31 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 06:31 PM (IST)
पूर्वजों की धरती पर आए एनआरआइ का भव्य स्वागत
पूर्वजों की धरती पर आए एनआरआइ का भव्य स्वागत

बक्सर । पूर्वजों की जमीन पर कदम पड़ते ही मन खुशी से झूम उठा, हमारा उद्देश्य है कि हमारे पूर्वजों के गांव के बच्चे पढ़ लिख कर इस देश का नाम रोशन करें। इसी उद्देश्य से पूर्वजों की जमीन पर विद्यालय का निर्माण कराया गया है। राजपुर प्रखंड के बन्नी गांव स्थित शिवचंद मेमोरियल स्कूल के वार्षिक समारोह के अवसर पर शुक्रवार को ग्रामीणों को संबोधित करते हुए दक्षिण अफ्रीका से आए डॉ.राज राम किशन ने उक्त बातें कही।

इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ.राज राम किशन और उनकी पत्नी बीना समेत क्षेत्र के कई प्रबुद्ध लोगों ने संयुक्त रूप से किया। डॉ.किशन ने कहा कि उनके पूर्वज यहां से विदेश में रोजी-रोटी की तलाश में गए थे। पूर्वजों ने डरबन में ईख  के खेतों में मजदूरी करना शुरू किया। इसके बाद अपनी मेहनत और लगन से दक्षिण अफ्रीका में उनके परिवार ने पहचान बनाई और आज उनका परिवार वहां के प्रतिष्ठित भारतीयों में शामिल है। एनआरआई ने बन्नी गांव में पूर्वजों की याद में विद्यालय का निर्माण कराया है। 2014 से संचालित स्कूल में ढाई सौ बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। विद्यालय में विदेश के रुपए से करोड़ों रुपए की चकाचक बि¨ल्डग के साथ इसमें पुस्तकालय ,कंप्यूटर की सुविधा है। इन विदेशी मेहमानों के द्वारा इस बार पुस्तकालय और कंप्यूटर लैब का उद्घाटन भी किया गया। विद्यालय के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड सहित कुल अन्य देशों से लगभग 60 लोग बन्नी गांव पहुंचे थे। इनमें इंग्लैंड से इस परिवार के डॉक्टर संजीव कुमावत, जो न्यूरो के डॉक्टर हैं, डॉक्टर विशाल कॉमथ और हिमानी रामकिसुन समेत कई लोग शामिल हैं। इनके चेहरे पर पूर्वजों के गांव आने की खुशी साफ झलक रही थी। विदेश से पहुंचे अपने लोगों को देखने के लिए क्षेत्र के मधुबनी, छतवना, पर्वतचक आदि से काफी संख्या में ग्रामीण जुटे थे। विदेशी मेहमानों के आगमन होते ही बक्सर कोचस मुख्य पथ स्थित बघेल मोड़ प्रवेश द्वार से लेकर बन्नी गांव तक लगभग 7 किलोमीटर तक सड़क के दोनों किनारे खड़े ग्रामीणों द्वारा इनका फूल मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया गया। आगे आगे घुड़सवार दस्ता और  मोटरसाइकिल सवारों का काफिला चल रहा था। कार्यक्रम को सफल बनाने में  विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजय ¨सह, सुदामा प्रसाद, मनोज कुशवाहा, अशोक ¨सह, पूर्व मुखिया मकरध्वज ¨सह विद्रोही, मीर बिस्मिल्ला, गायक अमित अनुराग, गया यादव सहित अन्य लोगों का सराहनीय योगदान रहा।

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