Buxar News: मैट्रिक का परीक्षा फार्म भरने में ज्यादा वसूली पर भड़के छात्र, विद्यालय परिसर में किया हंगामा

Buxar News शनिवार को अनुमंडल क्षेत्र के कोरानसराय स्थित हाई स्कूल में ज्यादा फीस वसूली को लेकर भड़के छात्रों ने न सिर्फ जमकर हंगामा किया। छात्रों का आरोप है कि विद्यालय प्रशासन उनसे 550 रुपये ज्यादा वसूल रहा है।

By Ranjit Kumar PandeyEdited By: Publish:Sat, 24 Sep 2022 09:59 PM (IST) Updated:Sun, 25 Sep 2022 02:43 AM (IST)
Buxar News: मैट्रिक का परीक्षा फार्म भरने में ज्यादा वसूली पर भड़के छात्र, विद्यालय परिसर में किया हंगामा
परीक्षा फार्म भरने पर छात्रा से वसूले जा रहे अतिरिक्त पैसे।

डुमरांव (बक्सर), जागरण संवाददाता। शनिवार को अनुमंडल क्षेत्र के कोरानसराय स्थित हाई स्कूल में ज्यादा फीस वसूली को लेकर भड़के छात्रों ने न सिर्फ जमकर हंगामा किया, बल्कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मेन रोड के समीप पहुंचकर हंगामा करने लगे। छात्रों के हंगामा और प्रदर्शन को लेकर स्कूल परिसर में घंटों अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। हालांकि हंगामा और प्रदर्शन की सूचना पाकर पहुंचे कोरानसराय थानाध्यक्ष जुनैद आलम ने स्कूल प्रबंधन से बात-चीत के बाद आक्रोशित छात्रों को समझा-बुझाकर माहौल शांत कराया।

दरअसल, यहां मैट्रिक और इंटर के छात्रों का परीक्षा फार्म भरा जा रहा है। मैट्रिक के छात्रों के लिए परीक्षा फार्म भरने के एवज में 980 रुपये लेने का प्रावधान है। जबकि कोरानसराय हाई स्कूल में छात्र-छात्राओं से 1,650 रुपये वसूला जा रहा है। ज्यादा फीस वसूली की प्रक्रिया को लेकर पिछले तीन-चार दिनों से यहां के छात्र स्कूल प्रबंधन के खिलाफ हंगामा कर रहे हैं, लेकिन यहां के हेडमास्टर और शिक्षकों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।

550 रुपये ज्यादा वसूली

शनिवार को विद्यालय खुलते हैं, परीक्षा फार्म भरने वाले छात्रों ने निर्धारित शुल्क से 550 रुपये ज्यादा वसूली को लेकर हंगामा करने लगे। इसको लेकर विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। छात्रों के हंगामा और प्रदर्शन की सूचना पाकर पहुंचे कोरानसराय थानाध्यक्ष ने स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों से बातचीत किया, तो इनके द्वारा स्कूल डेवलपमेंट शुल्क के रूप में 550 ज्यादा वसूली की बात कही गई। 

छात्रों को नहीं मिल रही रसीद

विद्यालय प्रबंधन के द्वारा छात्रों को कोई रसीद नहीं दिया जा रहा है, जो हंगामा का सबसे बड़ा कारण यही है। स्कूल प्राचार्य रामबचन सिंह ने बताया कि विद्यालय विकास शुल्क के रूप में लिए गए अतिरिक्त पैसा की रसीद छपवा कर उसे छात्रों को दिया जाएगा। 

मैट्रिक और इंटर की फार्म भरने के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है। इसके बावजूद अगर कोई विद्यालय प्रबंधन ज्यादा वसूली कर रहा है, तो जांचोपरांत दोषी पाए जाने पर करवाई होगी। -अनिल कुमार द्विवेदी, जिला शिक्षा पदाधिकारी

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