कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में ली गई एस-टीईटी की परीक्षा

एस-टीईटी की परीक्षा मंगलवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। परीक्षा में सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए गए थे कि परिदा भी पर न मार सके। इस दौरान परीक्षार्थियों की सघन जांच कर उन्हें अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी गई तो परीक्षा केन्द्र में भी कड़ा पहरा लगाया गया था। जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि कदाचारमुक्त माहौल में परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस दौरान कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 06:43 PM (IST) Updated:Wed, 29 Jan 2020 06:08 AM (IST)
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में ली गई एस-टीईटी की परीक्षा
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में ली गई एस-टीईटी की परीक्षा

बक्सर : एस-टीईटी की परीक्षा मंगलवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। परीक्षा में सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए गए थे कि परिदा भी पर न मार सके। इस दौरान परीक्षार्थियों की सघन जांच कर उन्हें अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी गई तो परीक्षा केन्द्र में भी कड़ा पहरा लगाया गया था। जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि कदाचारमुक्त माहौल में परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस दौरान कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना नहीं है।

वहीं, सदर अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान प्रदीप कुमार ने बताया कि परीक्षा के दौरान किसी अभ्यर्थी को निष्कासन का सामना नहीं करना पड़ा। दो पालियों में हुई परीक्षा में 6067 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी। हालांकि, दोनों पालियों में कुल 897 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे। इस तरह दोनों पालियों में कुल 5170 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। इस दौरान मुख्य गेट पर परीक्षार्थियों की सघन जांच की गई। तत्पश्चात, उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी गई। एमपी हाईस्कूल परीक्षा केन्द्र के केन्द्राधीक्षक डॉ.विजय कुमार मिश्र ने बताया कि बोर्ड के निर्देशानुसार परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहनकर अंदर जाने की अनुमति भी नहीं दी गई। इसके अलावा मोबाइल समेत अन्य इलेक्ट्रानिक गजट भी बाहर ही रखवा दिए गए।

..जब जिलाधिकारी ने बदला केन्द्राधीक्षक

जिला मुख्यालय में बनाए गए परीक्षा केन्द्रों में कैम्ब्रिज सीनियर सेकेंड्री स्कूल के केन्द्राधीक्षक को जिलाधिकारी ने उस समय बदलने का आदेश दिया जब उन्हें केन्द्राधीक्षक राम गोपाल राय की लापरवाही दिखाई दी। जिलाधिकारी ने उनके स्थान पर हीरालाल राय को केन्द्राधीक्षक बनाने का निर्देश दिया। श्री राय ने बताया कि जब जिलाधिकारी परीक्षा केन्द्र पर पहुंचे थे तो उस समय जेनरेटर का फ्यूज उड़ा हुआ था जबकि, जेनरेटर निरंतर चलाए जाने का आदेश दिया गया था। ऐसे में उन्हें बदल दिया गया। अधिकारियों ने परीक्षा केन्द्रों का लगातार लिया जायजा परीक्षा को लेकर सख्ती का आलम यह था कि अधिकारियों ने लगातार परीक्षा केन्द्रों का जायजा लिया। स्थिति यह थी कि परीक्षा केन्द्र से एक अधिकारी निरीक्षण कर निकल रहे थे तब तक दूसरे अधिकारी का वहां आगमन हो जा रहा था। इन अधिकारियों में जिलाधिकारी से लेकर सदर एसडीओ, डीसीएलआर, डीएम के ओएसडी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत विभाग के अन्य डीपीओ शामिल थे। इसके अलावा बोर्ड से आए नोडल पदाधिकारी के एन झा ने भी विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का जायजा लिया। परीक्षार्थियों की बनी बॉयोमीट्रिक हाजिरी अक्सर ऐसा देखा जाता है कि परीक्षार्थी कोई और है और उसकी जगह पर परीक्षा कोई और दे रहा है। इस पर पूरी तरह से रोक लग सके इसके लिए आज कल परीक्षार्थियों की बॉयोमीट्रिक हाजिरी बनाई जा रही है। एस-टीईटी परीक्षा में भी इसको अपनाया गया। केन्द्राधीक्षक डॉ.मिश्रा ने बताया कि एस-टीईटी की परीक्षा में सभी अभ्यर्थियों की बॉयोमीट्रिक हाजिरी बनाई गई। पारदर्शिता को हर केन्द्र पर लगा था जैमर शिक्षक पात्रता परीक्षा में पारदर्शिता पूरी तरह बरकरार रहे और परीक्षार्थी किसी हाल में कदाचार का सहारा नहीं ले पाएं इसके लिए हर परीक्षा केन्द्र पर सुरक्षा के तो कड़े इंतजाम किए ही गए थे। इसके अतिरिक्त अन्य एहतियात भी बरते गए थे। मसलन, हर परीक्षा केन्द्र पर सीसी कैमरा एवं वीडियोग्राफी के अलावा जैमर भी लगाया गया था। ताकि, परीक्षार्थी किसी हाल में कदाचार नहीं कर सकें। मुख्यालय में बने 9 केन्द्रों पर ली गई परीक्षा एस-टीईटी की परीक्षा को लेकर जिला मुख्यालय में 9 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। इन परीक्षा केन्द्रों में एमपी हाईस्कूल, के.एन.एस. डिग्री कॉलेज, बीबी हाई स्कूल, नेहरू स्मारक उच्च विद्यालय, इंदिरा उच्च विद्यालय, एमवी कॉलेज, प्रणव चटर्जी महाविद्यालय, कैंब्रिज सीनियर सेकेंडरी स्कूल एवं एलबीटी कॉलेज शामिल थे।

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