सड़क पर फूटा डकैती कांड का आक्रोश

बक्सर। इटाढ़ी रोड स्थित साधु बाबा मंदिर के पास एक घर में हुई डकैती व हत्या की घटना की

By Edited By: Publish:Thu, 08 Oct 2015 07:05 PM (IST) Updated:Thu, 08 Oct 2015 07:05 PM (IST)
सड़क पर फूटा डकैती कांड का आक्रोश

बक्सर। इटाढ़ी रोड स्थित साधु बाबा मंदिर के पास एक घर में हुई डकैती व हत्या की घटना की सूचना गुरुवार की सुबह होते ही जंगल में आग की तरह फैल गई। जिससे लोग आक्रोशित हो गए और शहर के ज्योतिप्रकाश चौक को जाम कर यातायात अवरुद्ध कर दिए। आंदोलनकारी इस घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। उनका कहना था कि पुलिस की लापरवाही के चलते यह वारदात हुआ। जाम करने वाले लोग अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी व पीड़त परिजनों को मुआवजा की मांग करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे।

इसकी सूचना मिलने के बाद सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शैशव यादव, सदर बीडीओ मनोज कुमार, सदर सीओ अनिता भारती, नगर थानाध्यक्ष राघव दयाल व मुफ्फसिल थानाध्यक्ष सुनील कुमार मंडल मौके पर पहुंचे। इसके बाद आंदोलनकारियों से बातचीत कर मृतिका के परिजनों को बीस हजार का चेक दिया गया तथा आपदा राहत कोष से डेढ़ लाख रुपये दिलाने के साथ ही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया गया। इसके पश्चात सड़क जाम को खत्म किया गया।

पटना से आया डाग स्कवायड

डकैती कांड के उछ्वेदन को पटना से डाग स्कवायड की टीम को बुलाया गया। लेकिन इससे कोई विशेष मदद नहीं मिली। पुलिस के मुताबिक कुत्ता गुरुदास मठिया की ओर से आया। इसके बाद वह रूक गया। जिससे भ्रम की स्थिति पर विराम नहीं लगा। वैसे उसी के आधार पर अनुसंधान की गाड़ी को आगे बढ़ाने की कवायद की जा रही है।

फोरेंसिक टीम करेगी जांच

डकैती कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस वैज्ञानिक अनुसंधान पर ज्यादा जोर दे रही है। इसको लेकर पटना से फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। परंतु गुरुवार की देर शाम तक वह टीम नहीं पहुंची थी। पुलिस के मुताबिक देर रात तक उस टीम के सदस्यों को पहुंचने की संभावना है।

गृह रक्षकों के भरोसे जानमाल की सुरक्षा

चुनावी ड्यूटी को लेकर थानों में तैनात ज्यादतर पुलिस पदाधिकारियों व जिला बल के जवानों को दूसरे जगह प्रतिनियुक्त कर दिया गया है। जबकि थाना की जिम्मेदारी होम गार्ड के जवानों पर छोड़ा गया है। लिहाजा पुलिस पदाधिकारियों की कमी के चलते गश्ती में बाधा पहुंची है। हालांकि पुलिस कप्तान उपेन्द्र कुमार शर्मा इससे सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि पुलिस पदाधिकारियों व जिला बल के जवानों को दूसरे जगह भेजे जाने के बावजूद पुलिस कर्मियों की कमी सुरक्षा व्यवस्था में आड़े नहीं है। इसको लेकर पर्याप्त बंदोबस्त है तथा पुलिस मुस्तैद है।

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