चल रही थी युवती के शव को दफनाने की तैयारी, कि अचानक पुलिस ने बदला फैसला

बक्सर में एक नवविवाहिता के अधजले शव की बरामदगी मामले में पुलिस 72 घंटे बाद तक पहचान नहीं होने के बाद शव को दफनाने जा रही थी कि अचानक हुआ कुछ एेसा कि पुलिस ने फैसला बदल लिया।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 09:59 AM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 10:14 PM (IST)
चल रही थी युवती के शव को दफनाने की तैयारी, कि अचानक पुलिस ने बदला फैसला
चल रही थी युवती के शव को दफनाने की तैयारी, कि अचानक पुलिस ने बदला फैसला

बक्सर, जेएनएन। इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कुकुढ़ा में सोमवार की रात युवती की गोली मारकर हत्या के बाद उसके शव को जाए जाने के मामले का पुलिस जल्द उछ्वेदन कर सकती है। पुलिस का पूरा ध्यान अभी अज्ञात युवती की पहचान पर केंद्रित है।

इस मामले में सर्विलांस पर लिए गए मोबाइल की जांच के बाद कुछ संदिग्ध लोगों की पहचान पुलिस ने की है। बताया जाता है कि पांच लोगों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस इस बारे में अभी गोपनीयता बरत रही है।

हालांकि, शुक्रवार को 72 घंटे पूरा होने के बाद अज्ञात शव को दफनाने के लिए पोस्टमॅर्टम से भेज दिया गया, लेकिन अचानक शव को अगले 24 घंटे के लिए वापस पोस्टमॉर्टम में रखवा लिया गया। इससे यह संभावना जगी है कि पुलिस को कुछ ठोस जानकारी हासिल हुई है।  

सदर डीएसपी सतीश कुमार ने केवल इतना बताया कि इस घटना का उछ्वेदन पुलिस के लिए चुनौती बन चुकी है। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए पुलिस अपने अनुसंधान में लगी है। युवती की पहचान के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

डीएसपी के मुताबिक पुलिस को इस बारे में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। बावजूद इसके अब तक कहीं से भी किसी का खोजबीन नहीं किया जाना गंभीर ङ्क्षचता का विषय बनता जा रहा है। जिले के तमाम थानों से सूचनाएं एकत्र की जा रही है। हैरत की बात है कि अब तक युवती की खोजबीन करने कहीं से कोई नहीं आया।

इससे पुलिस के अधिकारी ऑनर किलिंग का शक जता रहे हैं। युवती के शरीर से बरामद किया गया कोई भी सामान उसकी पहचान में मददगार साबित नहीं हो सका है। यहां तक कि युवती के पैरों में मौजूद चप्पलों को भी सोशल मीडिया से लेकर प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में डाला गया। इसका भी अब तक कोई परिणाम सामने नहीं आया। डीएसपी ने बताया कि युवती के कान से टॉप बरामद किया गया है, वो भी रोल्ड-गोल्ड का निकला।

घटना के दिन क्षेत्र में सक्रिय सभी मोबाइल नंबरों की पड़ताल कराई गई। इसमें साइबर सेल के पटना से लेकर बक्सर तक पुलिस के दो दर्जन अधिकारियों को लगाया गया। बताया जा रहा है कि कुछ नंबर को पुलिस ने शक के आधार पर छांटा है और उनसे पूछताछ चल रहीहै। इनमें एक संदिग्ध के राज्य से बाहर भागने की बात भी कही जा रही है। 

बिछिया का जोड़ा तलाश रही पुलिस

युवती के पहचान की दिशा में पैर की बिछिया भी अहम कड़ी है, जिसे युवती के पर्स से बरामद किया गया है। अमूमन कोई भी महिला बिछिया का जोड़ा पैरों में धारण करती है। पर युवती के पर्स से सिर्फ एक बिछिया बरामद किया गया है।

सवाल यह है कि आखिर जोड़े की दूसरी बिछिया कहां है, यह एक गंभीर सवाल है जिसकी तलाश करने में पुलिस लगी है। आमतौर पर जेवरों में बनाने वाले का कोड में नाम दर्ज होता है। जिसकी पहचान के लिए पुलिस प्रयासरत है। इसके लिए जानकारों की मदद ली जा रही है।

डिस्पोजल से पहले रोक लिया गया शव

कुकुढ़ा गांव से शव को बरामद किए 72 घंटे से अधिक हो चुके हैं। नियमानुसार किसी भी अज्ञात शव को पहचान के लिए 72 घंटे तक सुरक्षित रखा जाता है। बक्सर पुलिस द्वारा भी शुक्रवार शाम को निर्धारित समय सीमा पूरा होने के बाद शव को दफनाने के लिए केंद्रीय करा की तरफ तीन मुहानी पर भेजा गया था।

इस बीच अचानक कुछ ऐसा पुलिस के हाथ लग गया जिसके कारण आनन-फानन में दफनाने के लिए भेजे गए शव को एकबार फिर वापस मंगाकर सुरक्षित रख लिया गया है। हालांकि,इस संबंध में विभाग के आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया पर, उनसे बात नहीं हो सकी। इस बीच एक पुलिस अधिकारी ने शव को सुरक्षित रखे जाने की बात बताई है।

पहले ही भेजा जा चुका है स्वाब

कुछ समाचार पत्रों में स्वाब अब तक यहीं रखे होने की खबर का सदर डीएसपी सतीश कुमार ने खंडन किया है। उन्होंने बताया कि जांच के लिए यहां आई फॉरेंसिक टीम घटनास्थल से लिए गए नमूनों एवं अन्य सबूतों के साथ ही स्वाब भी यहां से लेकर चली गई है। उम्मीद है कि बहुत जल्द जांच टीम का परिणाम भी सामने आ जाएगा।

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