सात निश्चय योजना के कार्यो पर डीएम ने जताया असंतोष

बक्सर। चौसा प्रखंड में सात निश्चय योजना के तहत नल-जल व नाली-गली का निर्माण कार्य शिथिल है। इसमें सभी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Jun 2018 06:56 PM (IST) Updated:Sat, 09 Jun 2018 06:56 PM (IST)
सात निश्चय योजना के कार्यो पर डीएम ने जताया असंतोष
सात निश्चय योजना के कार्यो पर डीएम ने जताया असंतोष

बक्सर। चौसा प्रखंड में सात निश्चय योजना के तहत नल-जल व नाली-गली का निर्माण कार्य शिथिल है। इसमें सभी प्रतिनिधि सामंजस्य बनाकर कार्य को आगे बढ़ाएं। उक्त बातें शनिवार को प्रखण्ड मुख्यालय स्थित सभागार भवन में आयोजित सात निश्चय योजना की प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक में पहुंचे डीएम राघवेंद्र प्रसाद ¨सह ने कही। उन्होंने प्रखण्ड के विभिन्न पंचायतों में किए जा रहे कार्यो की जानकारी लेने के बाद असन्तोष जताया। उन्होंने कहा की सभी प्रतिनिधि बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। वहीं, जितनी राशि दी गई थी कम से कम दो वार्ड को पूर्ण कर लें। वहीं, स्वच्छता एवं शौचालय पर भी टिप्स दिए। कहा कि आगामी 2 अक्टूबर को जिले को ओडीएफ घोषित किया जाना है। जबकि पूरे जिले में बीस प्रतिशत कार्य किया जाना है।

इससे पहले प्रतिनिधियों ने अपने-अपने पंचायत की प्रोग्रेसिव रिपोर्ट तथा व्यवधान की जानकारी दी गई। जिसमें कार्यो के पूरा करने की विवेचना दी गई। इस मिशन में सबसे बड़ा बाधक पीएचईडी विभाग की कार्यशैली को बताया गया। अब तक किसी भी पंचायत में हर घर नल जल योजना पर कार्य नहीं किया गया। वहीं, जलमीनार से पेयजल आपूर्ति करने में विभाग विफल है। वहीं, प्रतिनिधि की समीक्षा खत्म होने के बाद कर्मियों एवं पदाधिकारियों के साथ देर शाम तक समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में डॉ. मनोज यादव ने सम्बोधन में बोलते हुए कहा कि प्रखण्ड परिसर की घेराबन्दी के साथ कटरा निर्माण को जिप व पंचायत समिति में पारित है। इसकी जिलापदाधिकारी द्वारा मंजूरी की गई। वहीं, डा. मनोज ने चयनित नमामि गंगे योजना स्थली पर गन्दगी के लिए डैम बनवाने की मांग की। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी केके उपाध्याय के अलावा प्रखंड के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।

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