जूता के कलस्टर निर्माण को डीएम ने मांगा जिला उद्योग केंद्र से प्रतिवेदन

बक्सर जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में सोमवार को औद्योगिक नव प्रवर्तन की समीक्षात्मक बैठ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 09:53 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 09:53 PM (IST)
जूता के कलस्टर निर्माण को डीएम ने मांगा जिला उद्योग केंद्र से प्रतिवेदन
जूता के कलस्टर निर्माण को डीएम ने मांगा जिला उद्योग केंद्र से प्रतिवेदन

बक्सर : जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में सोमवार को औद्योगिक नव प्रवर्तन की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय अवस्थित कार्यालय कक्ष में आहूत की गई। इस दौरान योजनाओं की समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने संबंधित योजनाओं में समूह के सदस्यों की आवश्यकतानुसार मशीन एवं सामग्री का विभागीय नियमानुसार यथाशीघ्र क्रय करने का निर्देश दिया। बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र एवं जिला योजना पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि चौगाई प्रखंड में जूता एवं चप्पल निर्माण से संबंधित नए कलस्टर निर्माण की संभावनाओं के संबंध में विभागीय निर्देशानुसार समीक्षा कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया। डीएम ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक श्रमिकों को स्वावलंबी बनाकर स्वरोजगार उपलब्ध कराना है। उन्होंने एलडीएम और महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को निर्देश दिया कि विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत समूहों के सदस्य यदि ऋण लेना चाहते हैं तो नियमानुकूल ऋण की सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाए। बता दें कि जिले में जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना अंतर्गत कुशल श्रमिकों के द्वारा स्वयं सहायता समूह के रूप में विकसित पांच कलस्टर का संचालन हो रहा है। जिसमें, कंबल निर्माण कलस्टर, रेडीमेड गारमेंट कलस्टर,मशरूम उत्पादन कलस्टर, मधु उत्पादन कलस्टर एवं मेंथा ऑयल एक्सट्रैक्शन कलस्टर शामिल है। बैठक में उप विकास आयुक्त बक्सर, जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र बक्सर, जिला योजना पदाधिकारी बक्सर, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, डीपीएम जीविका एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

जिलाधिकारी ने बाल गृह की सुरक्षा, बच्चों के स्वास्थ्य एवं भोजन का स्तर को परखा

जागरण संवाददाता, बक्सर : जिला पदाधिकारी अमन समीर के साथ सोमवार को जिला निरीक्षण समिति ने बाल गृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में बाल गृह की सुरक्षा, बच्चों के स्वास्थ्य, भोजन का स्तर, विशेष बच्चों की देखरेख तथा पठन-पाठन के बिदुओं पर अधीक्षक बाल गृह एवं सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान को निर्देशित किया गया कि कोविड काल में भी बच्चों का पठन-पाठन बाधित नहीं होना चाहिए। सामान्य शिक्षकों की उपस्थिति करवाना सुनिश्चित करेंगे एवं विशेष शिक्षक बाल गृह में प्रतिनियुक्त करना सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान जिला पदाधिकारी ने स्वयं बाल गृह के खाद्य सामग्री के स्टाक एवं गुणवत्ता का निरीक्षण किया एवं कुछ सामग्रियों को और बेहतर किए जाने का निर्देश दिया। सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई को निर्देशित किया गया कि जिस प्रकार बालकों के चित्रकला हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है उसी प्रकार वादन एवं गायन के लिए भी प्रशिक्षण बच्चों को मुहैया कराई जाए। साथ ही अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि बाल गृह के कर्मियों एवं ऐसे बच्चे जिनका जन्म 31 दिसंबर 2007 से पूर्व यथा 15 वर्ष से अधिक हो उन बच्चों का टीकाकरण अवश्य करवाएं। निरीक्षण टीम में पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, प्रभारी सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, सदर अस्पताल की चिकित्सक कमेटी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान शामिल रहे।

chat bot
आपका साथी