बहाली में बिल्ली को सौंपी दूध की रखवाली

बक्सर में बिल्ली को ही दूध की रखवाली सौंप दी गई है। ऐसे में वह दूध कितना देर तक सुरक्षित रह पाएगा यह कहना मुश्किल है। मामला अतिथि शिक्षकों के नियोजन से संबंधित है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 06:18 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 06:18 PM (IST)
बहाली में बिल्ली को सौंपी दूध की रखवाली
बहाली में बिल्ली को सौंपी दूध की रखवाली

बक्सर । बक्सर में बिल्ली को ही दूध की रखवाली सौंप दी गई है। ऐसे में वह दूध कितना देर तक सुरक्षित रह पाएगा यह कहना मुश्किल है। मामला अतिथि शिक्षकों के नियोजन से संबंधित है। पिछली बार जिन अधिकारियों ने इस बहाली को अनियमितता की बुनियाद पर अंजाम दिया और फर्जीवाड़ा होने के कारण जिस बहाली को जांच के बार रद कर दिया गया उस बहाली को एक बार फिर उन्हीं अधिकारियों के अधीन करने की अनुमति दे दी गई है। ऐसे में लोग सवाल खड़े कर रहे हैं कि फिर इसमें फर्जीवाड़ा नहीं होगा इसकी क्या गारंटी है। जांच अधिकारी की जांच रिपोर्ट पर गौर करें तो उसमें अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। बताया जाता है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जांच रिपोर्ट के आलोक में बहाली को रद कर अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए निदेशक प्रशासन को फाइल अग्रसारित कर दी है। यह बात और है कि वहां से कार्रवाई के बाबत अभी तक कोई पत्र नहीं आया है। दूसरी तरफ उन्हीं अधिकारियों को जब एक बार फिर बहाली की अनुमति दी गई है तो लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। बहरहाल, जो भी हो विभाग ने दोबारा इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। गुरुवार से राजकीय बुनियादी विद्यालय में विभाग ने काउंटर के माध्यम से इसका आवेदन लेना भी शुरू कर दिया है। लेकिन देखा जाए तो शिक्षकों को इस कार्य में प्रतिनियोजित कर विभाग ने फिर अनियमितता को बढ़ावा दिया है। विभागीय जानकारों की मानें तो शिक्षकों का किसी हाल में नहीं प्रतिनियोजन नहीं करना है। विभाग के राज्य स्तरीय वरीय अधिकारियों का भी इसको लेकर स्पष्ट आदेश है। बावजूद, अतिथि शिक्षकों की बहाली के आवेदन लेने के लिए शिक्षकों का प्रतिनियोजन यहां कर दिया गया है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है।

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