पुस्तकालय ही ज्ञान-पिपासुओं की प्यास मिटा सकती : डॉ. उमाशंकर

आरा। प्रो. कौलेश्वर राय वाचनालय सह शोध संस्थान की स्थापना दिवस पर स्थानीय नया शिवपुर मुहल्ला स्थित प

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jun 2018 08:57 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jun 2018 08:57 PM (IST)
पुस्तकालय ही ज्ञान-पिपासुओं की प्यास मिटा सकती : डॉ. उमाशंकर
पुस्तकालय ही ज्ञान-पिपासुओं की प्यास मिटा सकती : डॉ. उमाशंकर

आरा। प्रो. कौलेश्वर राय वाचनालय सह शोध संस्थान की स्थापना दिवस पर स्थानीय नया शिवपुर मुहल्ला स्थित पतंजलि सभागार में एक समारोह डॉ. उमाशंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित की गई। शाहाबाद बुद्धिजीवी मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद से प्रो. राम तवक्या ¨सह ने वाचनालय के आजीवन संरक्षण के लिए डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के प्रयास को सराहा। विशिष्ठ अतिथि पद से बुद्ध प्रकाश ने वाचनालय के रख-रखाव व गतिविधि को अच्छी पहल कहा। समाज सेविका डॉ. उर्मिला पाल ने संविधान के अध्ययन पर बल देते हुए कहा कि शोषण से मुक्ति के लिए यह जरूरी है। अपने नाम पर वाचनालय की स्थापना पर आभार प्रकट करते हुए प्रो. राय ने कहा कि प्रगतिशील लेखक डॉ. राजेन्द्र ने वाचनालय की स्थापना कर समाज को सही दिशा में ले जाने का प्रयास किया है। विशेष शाखा के डीएसपी द्वारिका प्रसाद ने अपनी कविता के माध्यम से समाज की पीड़ा पर तीखा प्रहार किया। आयेाजक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने अतिथियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पूजा स्थल की तरह इस पुस्तक स्थल को बनाना चाहता हूं। यह स्थल समाज की कुरीतियों को दूर करने में भी सहायक होगा। अध्याीय मंच से डॉ. पाण्डेय ने कहा कि विज्ञान एवं अध्यात्म के रहस्यों के अध्ययन के लिए पुस्तकालय ही वह स्थल है, जहां ज्ञान-पिपासुओं की प्यास मिट सकती है। अन्य शामिल प्रबुद्ध लोगों में डॉ. रविन्द्र नाथ राय, प्रो. सुरेन्द्र मिश्र, अजय राम, वंशीधर, आनंद मोहन सिन्हा, संजीव ¨सह, जयनाथ प्रसाद, आग्रेनंद ठाकुर, मो.हेसामुद्दीन, नवनीत पाल, सत्यनारायण तिवारी आदि थे।

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