बालू उत्खनन पर रोक से सोन नद में पसरा सन्नाटा
भोजपुर । बालू उत्खनन पर रोक व बालू घाटों के बंद होने से गुरुवार को सोन नद में सन्नाटा पसरा
भोजपुर । बालू उत्खनन पर रोक व बालू घाटों के बंद होने से गुरुवार को सोन नद में सन्नाटा पसरा रहा। इस स्थिति से बालू के कारोबारी, बालू वाहक वाहनों, बालू वाहक नौकाओं व मजदूरों में चिंता व्याप्त है। यूं तो सरकारी चलान के अभाव में 09 फरवरी 2016 की रात से ही बालू कारोबार बंद कर दिया गया था। एक दिन बाद पर्यावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र लिये बिना बालू उत्खनन को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिबुनेल के आदेश पर कारोबार प्रशासन द्वारा अनिश्चितकाल के लिए बंद करा दिया गया है। अब उक्त पर्यावरण से जुड़ी समस्या के समाधान के बाद ही सरकारी चलान निर्गत होगा और कारोबार शुरू होगा। इससे बालू उत्खनन व परिवहन के चलते रात दिन आबाद सोन नद में अभूतपूर्व सन्नाटा पिछले तीन दिन से पसरा है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के क्षेत्रीय कोलकाता बेंच में एक मामला दर्ज कराया गया था उसी से संबंधित आदेश पर राच्य सरकार के प्रधान सचिव ने प्रदेश भर के जिलाधिकारियों को प्राधिकरण के आदेश पर सख्ती से अमल कराने को कहा है। जिलाधिकारी भोजपुर ने जिला के संबंधित विभागीय व पुलिस अधिकारियों को उक्त मामले में सख्त हिदायत दी है। बालू कारोबार बंद होने से घाटों पर जीविका चलाने के लिए होटल आदि चलाने वालों समेत, वाहन व नौका चालकों व मजदूरों के समक्ष भुखमरी जैसे हालात है।