केंद्रीय मंत्री ने किया वर्चुअल संवाद, भागलपुर के बुनकरों की झोली नहीं भर सकीं स्मृति

केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने बुनकरों व आम लोगों के साथ वर्चुअल संवाद किया। माइ हैंडलूम पोर्टल लांच किया। मोबाइल एप भी बनाया गया है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 01:23 PM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 01:23 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री ने किया वर्चुअल संवाद, भागलपुर के बुनकरों की झोली नहीं भर सकीं स्मृति
केंद्रीय मंत्री ने किया वर्चुअल संवाद, भागलपुर के बुनकरों की झोली नहीं भर सकीं स्मृति

भागलपुर, जेएनएन। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने बुनकरों व आम लोगों के साथ वर्चुअल संवाद किया। इसमें भागलपुर के बुनकरों के लिए किसी नई योजना की घोषणा नहीं की गई। एक घंटे के संवाद में हिमाचल प्रदेश की चर्चा छाई रही। देश के 10 गांवों को हैंडीक्रॉफ्ट विलेज के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई। इनमें बिहार के गया जिले के रामपुर गांव को भी शामिल किया गया है। दिन में 11.30 बजे पंखाटोली स्थित मेगा कलस्टर परिसर में 10 बुनकरों ने शारीरिक दूरी बनाकर इसमें भाग लिया।

पोर्टल देगा बुनकरों को जानकारी : केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने माइ हैंडलूम पोर्टल लांच किया। इसका मोबाइल एप भी बनाया गया है। बुनकरों को इसके माध्यम से सरकारी योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी। कलस्टर व योजनाओं के लिए आवेदन, तकनीक व सुझाव आदि भी इस पोर्टल के माध्यम से दिए जा सकते हैं।

हैंडीक्राफ्ट गांव में मिलेगी सुविधा : बुनकर सेवा केंद्र के सहायक निदेशक विनोद भैसारे ने बताया कि विकसित किए गए हैंडीक्राफ्ट गांवों में बुनकरों को कपड़ा तैयार करने की सारी सुविधाएं मिलेंगी। इन गांवों को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित किया जाएगा। बुनकरों के घरों की मरम्मत करवाकर उनपर आकर्षक पेंटिंग करवाई जाएगी। इन गांवों में कैफेटेरिया, डिस्प्ले हॉल आदि की सुविधाएं होंगी।

वर्चुअल एक्जीविशन से जुड़ेगे व्यापारी : बुनकरों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए सरकार वर्चुअल एक्जीविशन की व्यवस्था कर रही है। इसमें देश-विदेश के व्यापारी जुड़ेंगे। बुनकर भी इसके माध्यम से व्यापारियों से संपर्क स्थापित कर पाएंगे।

निफ्ट के छात्र करेंगे सहयोग : केंद्रीय मंत्री ने हैंडलूम ब्रांड को विकसित करने पर जोर दिया है। इसके लिए बुनकरों को गुणवत्तापूर्ण कपड़े तैयार करने होंगे। बुनकरों के तकनीकी विकास के लिए देश के 28 सामान्य सुविधा केंद्रों में से नौ पर निफ्ट के छात्र सहयोग कर रहे हैं। बाकी केंद्रों पर भी जल्द ही यह सुविधा मिलेगी। डिजाइनिंग और मार्केटिंग के लिए निफ्ट का सहयोग लिया जा रहा है।

स्वदेशी आंदोलन की दिलाई याद : वर्चुअल संवाद में केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने हैंडमेड उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की। हर आदमी को कम से कम हैंडलूम पर बने एक कपड़े की खरीदारी करने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि बुनकर मात्र कपड़ा नहीं, बल्कि सपना भी बुनता है। सात अगस्त 1905 को स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत हुई थी। इसलिए इस दिन का महत्व है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस मनाने का निर्णय लिया।

मुख्य बातें

- रेशमी शहर के हैंडलूम बुनकरों के लिए नहीं हुई कोई नई घोषणा

- केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने लांच किया माइ हैंडलूम पोर्टल

- हैंडीक्रॉफ्ट विलेज के रूप में विकसित होंगे देश के 10 गांव

- बोधगया का रामपुर गांव भी इनमें है शामिल

- स्मृति ईरानी ने वर्चुअल संवाद में की घोषणा

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