टीकारामपुर गांव गंगा कटाव तेज, ग्रामीणों की बढ़ी परेशानी
ग्रामीणों ने कहा कि प्रत्येक दो घंटे पर गंगा एक फीट जमीन को काट ले रही है।
मुंगेर। गंगा कटाव के नाम पर दो माह पूर्व टीकारामपुर गंगा किनारे कटाव रोधी कार्य शुरू किए गए थे। उस समय बाढ़ नियंत्रण विभाग के द्वारा कटाव स्थल पर सिमेंट के खाली बोरे में बालू भर कर बिछाया गया था। वहीं, शनिवार की सुबह फिर से गंगा की तेज धारा ने कटाव करना शुरू कर दिया। कटाव की रफ्तार को देखते हुए स्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने कहा कि प्रत्येक दो घंटे पर गंगा एक फीट जमीन को काट ले रही है। यदि इसी रफ्तार से गंगा कटाव होता रहा तो परेशानी और बढ़ेगी। स्थानीय मुखिया ने कहा कि हर वर्ष कटाव के कारण 50 से 60 फीट गांव की जमीन गंगा के गर्भ में समा रही है।
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स्थानीय मुखिया बांके बिहारी ने कहा कि कटाव के नाम पर सिमेंट की खाली बोरी में बालू भर कर कटाव स्थल पर डाला गया। आज बालू से भरा बोरा गंगा के गर्भ में समा गया। जिला प्रशासन की ओर से कटाव को रोकने के लिए पहल तो की जाती है, लेकिन कटाव निरोधी हो रहे कार्यो की जांच नहीं की जाती है। इस कारण कार्य में लापरवाही बरतने के कारण कटाव नहीं रूक रहा है।
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कटाव स्थल पर बंडाल बनाने की मंत्री ने की थी घोषणा
टीकारामपुर के स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि कुछ माह पूर्व मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन ¨सह ने कटाव रोकने के लिए बंडाल बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि मंत्री के निर्देश पर कटाव स्थल की जांच भी की गई। उसके बाद उस स्थान पर बंडाल के स्थान पर सिमेंट के खाली बोरी में बालू भर कर कटाव स्थल पर जमा कर रखा गया है।
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अधिकारी ने कहा
गंगा कटाव रोकने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से शाम चार बजे से कार्य शुरू किया गया। जल्द ही हो रहे गंगा कटाव पर काबू पा लिया जाएगा।
खगेश चंद्र झा, एसडीओ सदर