नगर निगम : यह मेरा चेंबर है, जो चाहे करूंगा... फ‍िर गाली-गलौज का हाई वोल्टेज ड्रामा

11 बजे से निर्धारित बैठक में पार्षद शामिल तो हुए लेकिन साढे 12 बजे स्थगित करने की सूचना कार्यालय अधीक्षक से भेजने के बाद मामला बिगड़ गया। इसके बाद विवाद हुआ।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Tue, 16 Apr 2019 11:16 AM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2019 04:37 PM (IST)
नगर निगम : यह मेरा चेंबर है, जो चाहे करूंगा... फ‍िर गाली-गलौज का हाई वोल्टेज ड्रामा
नगर निगम : यह मेरा चेंबर है, जो चाहे करूंगा... फ‍िर गाली-गलौज का हाई वोल्टेज ड्रामा

भागलपुर [जेएनएन]। नगर निगम में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के बायलॉज को पारित करने के लिए सामान्य बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी। बैठक स्थगित करने की सूचना पर पार्षदों का सब्र जवाब दे गया। डिप्टी मेयर के नेतृत्व में पार्षदों का दल नगर आयुक्त के कक्ष में जवाब मांगने पहुंच गया। इस दौरान पार्षद और नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा के बीच जमकर विवाद और गाली-गलौज का हाई वोल्टेज ड्रामा चला।

मामला बिगड़ता देख नगर आयुक्त ने सुरक्षा गार्ड को बुलाया। गार्ड ने पहले मीडिया कर्मियों को, इसके बाद महिला पार्षदों के साथ अभद्र व्यवहार और धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें चेंबर से बाहर निकाल दिया। पार्षदों के साथ अमर्यादित तरीके से व्यवहार करने पर मेयर सीमा साहा साथ खड़ी दिखी। पार्षदों के साथ मेयर और डिप्टी मेयर जोगसर ओपी में पहुंची। यहां पार्षद पाकिजा ने नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा पर अपने गार्ड से धक्का मुक्की कराने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया। आवेदन में डिप्टी मेयर समेत 19 पार्षदों ने हस्ताक्षर किया है। वहीं दूसरी ओर नगर आयुक्त ने उपनगर आयुक्त सत्येंद्र वर्मा, कार्यालय अधीक्षक और वकील के माध्यम से पार्षदों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी है।

पार्षदों से दुर्व्‍यवहार नहीं बर्दाश्त नहीं

विवाद के बीच नगर आयुक्त ने कहा यह मेरा चेंबर हैं, यहां मेरी मर्जी चलेगी। चेंबर में मेरी इजाजत के बिना प्रवेश नहीं कर सकते। फिर हाथ से टेबल ठोका और पार्षदों को बाहर निकालने के फरमान पर गार्ड को दिया। इस पर डिप्टी मेयर ने भी टेबल ठोक कर कह दिया यह मेरा शहर है और जनप्रतिनिधि, मीडिया और जनता के साथ दुव्र्यवहार बर्दाश्त नहीं करेंगे। बात यहीं नहीं थमी दोनों में तीखे संवाद के बीच देखने और बता देने की धमकी तक की नौबत आ गई।

आधे घंटे की बातचीत में पूरी मर्यादा लांघ दी

11 बजे से निर्धारित बैठक में पार्षद शामिल तो हुए, लेकिन साढे 12 बजे स्थगित करने की सूचना कार्यालय अधीक्षक से भेजने के बाद मामला बिगड़ गया। डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के नेतृत्व में 25 पार्षदों का दल नगर आयुक्त के चेंबर में जवाब मांगने पहुंचे। डिप्टी मेयर को कुर्सी नहीं दिया गया। इसी बीच कहासुनी होने लगी। नगर आयुक्त ने सख्त तेवर में मीडिया कर्मियों को कक्ष से बाहर जाने को कहा तो पार्षद अनवरी खातुन ने सवाल उठा दिए। इस पर नगर आयुक्त ने कहा तुम बताओगे हमें क्या करना है। ऐसा बोलते ही पार्षदों ने बैठक का पत्र फाड़ दिया और नगर आयुक्त के विरोध में उतर गए।

बैठक भी नहीं करवा सका प्रशासन

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियमावली को लेकर सरकार ने सभी निकायों के सामान्य बोर्ड और स्थायी समिति में बायलॉज पारित करना का निर्देश दिया है। 13 अप्रैल को स्थायी समिति की बैठक नगर आयुक्त ने बताया था। मेयर अपने कक्ष में निर्धारित समय के दो घंटे बाद तक नगर आयुक्त का इंतजार किया। उनके नहीं आने पर स्थायी समिति की बैठक नहीं हुई। 15 अप्रैल को सामान्य बोर्ड की बैठक बुलाई गई। बिना स्थाई समिति के अनुमोदन के बायलॉज को बोर्ड में नहीं रखा जा सकता है। ऐसे में बैठक स्थगित करना पड़ा। प्रधान सचिव के लगातार दबाव की वजह से जल्दबाजी में बैठक कराई जा रही थी।

डीएम से मिलेंगे पार्षद, विभाग को दी सूचना

नगर निगम की घटना को लेकर डीएम और एसएसपी को पार्षदों ने शिकायत दर्ज करा दिया है। देर शाम मुख्यमंत्री, नगर विकास विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग को मेल किया है। मंगलवार को डिप्टी मेयर के साथ पार्षदों का प्रतिनिधि मंडल डीएम से मिलकर नगर आयुक्त पर कार्रवाई की मांग करेगा।

डिप्टी मेयर समेत अन्य पार्षदों पर नगर आयुक्त ने दर्ज कराई प्राथमिकी

नगर निगम कार्यालय में विवाद के बाद सोमवार को नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा के निर्देश पर कार्यालय अधीक्षक मु. रेहान अहमद ने डिप्टी मेयर समेत अन्य पार्षदों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। कोतवाली थाना को सीसीटीवी फुटेज की सीडी निगम ने उपलब्ध कराया है। घटना को लेकर एससीएसटी एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। डिप्टी मेयर, कुछ पार्षद और अन्य व्यक्तियों के साथ जबरदस्ती नगर आयुक्त के कक्ष में बिना अनुमति के कक्ष के बाहर खड़े आदेशपाल एवं गार्ड के रोकने के बावजूद दरवाजा धक्का देकर खोल दिया। कक्ष में लगी कुर्सियों पर बैठ गए। नगर आयुक्त ने डिप्टी मेयर पर असभ्य व्यवहार एवं अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही गाली-गलौज करने और जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर अपमानित करने का आरोप लगाया गया है। आवेदन में कहा गया है कि नगर आयुक्त द्वारा समझाने के बावजूद मारपीट पर उतारू हो गए। कहा गया कि यह भागलपुर है यहंा आपका कुछ भी चलने वाला नहीं है। जैसा कहता हूं वैसा करें वरना परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। इस घटना को लेकर नामित व्यक्तियों पर अविलंब कार्रवाई की मांग की गई है।

मेयर सीमा साहा ने कहा कि जो पार्षद का निर्णय होगा उनके साथ रहेंगे। पार्षदों को सम्मान नहीं देकर नगर आयुक्त ने मर्यादा लांघ दी है। जब 13 को स्टेंडिंग की बैठक नहीं हुई तो सामान्य बोर्ड की बैठक नहीं रखना चाहिए। पार्षदों को एक दिन पूर्व स्थगित की सूचना नहंी दी गई।

नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा ने कहा कि दुर्भावना से प्रेरित होकर अपराधिक कदम उठाया गया है। इसके खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे। मेरे चेंबर में सीसीटीवी हैं। फुटेज पुलिस को दे दिया गया है। पार्षदों की बैठक सदा मेयर के आदेश पर होती है।

नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है। जो भी दोषी होंगे उसे बख्शा नहीं जाएगी। प्रधान सचिव को जांच के लिए कहा जाएगा।

डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने कहा कि नगर आयुक्त ने अमर्यादित तरीके से महिला पार्षद से व्यवहार किया। अधिकारी को पद की गरिमा बनाकर रखनी चाहिए। जनप्रतिनिधि से बेहतर तरीके से बात करनी चाहिए। अंगरक्षकों से धक्का देकर चैंबर से बाहर निकालना न्यायसंगत नहीं है। ऐसे अफसर पर कार्रवाई होनी चाहिए।

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