महारानी इंद्रावती की ऐतिहासिक जमींदोज ड्योढ़ी से मिली शंख

जमींदोज ड्योढ़ी से सोमवार को खुदाई कर रहे मजदूरों को एक शंख मिली।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 11:32 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 11:32 PM (IST)
महारानी इंद्रावती की ऐतिहासिक जमींदोज ड्योढ़ी से मिली शंख
महारानी इंद्रावती की ऐतिहासिक जमींदोज ड्योढ़ी से मिली शंख

अररिया। रानीगंज प्रखंड के पहुंसरा पंचायत स्थित महारानी इंद्रावती की ऐतिहासिक जमींदोज ड्योढ़ी से सोमवार को खुदाई कर रहे मजदूरों को एक शंख मिली। वहीं पूरे क्षेत्र में सोने की मूर्ति मिलने की चर्चा है। मूर्ति मिलने की सूचना मिलने पर रानीगंज थानाध्यक्ष ¨कग कुंदन व अंचलाधिकारी रमण ¨सह पहुंसरा गांव पहुंचकर तहकीकात की है। सीओ रमण ¨सह ने बताया कि सूचना मिली थी कि पहुंसरा गांव में एक मूर्ति मिली है। सूचना के सत्यापन में पहुंचने पर एक पुरानी शंख मिली जिसे कब्जे में लेकर जांच के लिए पुरातत्व विभाग को भेजी जाएगी। सामान्य शंख के मुकाबले में खुदाई में मिली शंख में खासा अंतर है। शंख काफी बड़ी है और खास डिजाइन की है। वहीं ड्योढ़ी के समीप मिट्टी काट रहे मजदूरों ने बताया कि एक छोटी सी मूर्ति मिली थी जो कि गांव के ही जमीन मालिक के घर पहुंचा दी गई। इसे लेकर पहुंसरा पंचायतवासियों में काफी चर्चा है कि जमींदार के द्वारा सोने की मूर्ति को छिपा दिया गया है। जमींदार मजदूरों के द्वारा मिट्टी कटवाकर बेच रहे हैं। गौरतलब है कि जिसे ऐतिहासिक स्थल से मिट्टी की मिट्टी बेची जा रही है, वहां वर्षों से चैती दुर्गा पूजा का आयोजन होता है और मंदिर भी स्थापित है।

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