शिक्षा का बदल गया कॉन्सेप्ट, बच्‍चों को भाने लगा ई-लर्निंग, घर से ही बच्‍चे कर रहे पढ़ाई

कोरोना काल में शिक्षा का स्‍वरूप बदल गया है। बच्‍चे ई-लर्निंग कर रहे हैं। घर में बच्‍चों को शिक्षा दी जा रही है। शिक्षक लगातार ऑनलाइन कक्षा संचालन कर रहे हैं। इससे छात्रों को विशेष लाभ मिल रहा है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 11:15 AM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 11:15 AM (IST)
शिक्षा का बदल गया कॉन्सेप्ट, बच्‍चों को भाने लगा ई-लर्निंग, घर से ही बच्‍चे कर रहे पढ़ाई
कोरोना काल में बच्‍चों को पढ़ाया जा रहा है।

सिकंदरा (जमुई) [विधु शेखर]। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकारी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाने का अब कॉन्सेप्ट बदलता जा रहा है। शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार दीक्षा एप्प के जरिये ई-लर्निंग से बच्चों को पढ़ाया जाएगा। वहीं इस कोरोना महामारी में बच्चों की बाधित हुई पढ़ाई की भरपाई ई-लर्निंग के माध्यम से पूरी की जाएगी। इसमें सब्जेक्ट एक्सपर्ट ऑडियो और विजुअल सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाने के अलावा छात्र को शिक्षक से सवाल भी पूछने की सुविधा होगी। पिछले साल शिक्षा विभाग ने लॉकडाउन की अवधि में बच्चों की पढ़ाई की भरपाई के लिए टीवी एवं मोबाइल एप्प के माध्यम से पढ़ाने का प्रयास किया था।इस बार भी वैसा ही कुछ करने की कवायद तेज हो गई है।

बहरहाल, इससे वैसे ही बच्चों को फायदा मिलेगा जिनके पास टीवी या मोबाइल की सुविधा है। सुविधा के मामलों में बड़ी संख्या में साधन विहीन बच्चों की है जिनके पास दोनों सुविधा के अलावा शिक्षित परिवार का भी आभाव है, लिहाजा ऐसे बच्चे ई लर्निंग शिक्षा पद्धति के लाभ से वंचित रह जाएंगे। हालांकि, सरकार व शिक्षा विभाग ई-लर्निंग के माध्यम से बच्चों की बाधित हुई पढ़ाई की भरपाई के लिए रोडमैप पूरी तरह तैयार कर लिया है। इसके लिए प्रधानाध्यापक, संकुल समन्वयक व साधन सेवी को प्रशिक्षित कर रही है। ई-लर्निंग का लाभ ज्यादा से ज्यादा छात्र छात्राओं तक पहुंचे, इसकी जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधों पर होगी।

विपरीत परिस्थिति में बच्चों के लिए बेहतर प्लेटफॉर्म

संकुल संसाधन केंद्र लहिला के समन्वयक अमित कुमार सविता ने बताया कि कोरोना काल के इस विपरीत परिस्थिति में बच्चों के लिए बेहतर प्लेटफॉर्म होने के साथ नए अवसर का इजाद हुआ है। इसी प्रतिकूल परिस्थितियों में सरकार के शिक्षा विभाग ने ई-लर्निंग के माध्यम से सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया गया। शिक्षा विभाग ने दीक्षा एप्प की शुरुआत की है। डिजिटल के माध्यम से बच्चों को ज्ञान देकर साझाकरण आसानी से किया जा सकता है। इस प्लेटफॉर्म में बाधित हुई बच्चों के पठन-पाठन के संचालन को लेकर डीडी बिहार और दूरदर्शन में मेरा विद्यालय मेरा दूरदर्शन कार्यक्रम संचालित की गई है।जिससे बच्चे बड़ी ही रूचि के साथ देखकर ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।

ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म की पहुंच सरकारी स्कूलों के बच्चों तक पहुंचाने की योजना है ताकि सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी निजी स्कूलों की तरह सुविधा मुहैया कराने की योजना है। इसके लिए शिक्षकों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। वहीं प्रशिक्षण प्राप्त कर शिक्षक साधनविहीन बच्चों को लॉकडाउन अवधि के पश्चात विद्यालय खुलने पर कम समय में दक्ष करेंगे। - रूपम कुमारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सिकंदरा।

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