भारतीय रेल : देश के कई रेलखंड से जुड़ा भागलपुर, चलेगी राजधानी
डीआरएम ने कहा कि अब यह रेलखंड पूरी तरह विद्युतीकरण हो गया है। ट्रेनों से लेकर मालगाडिय़ों का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन से किया जाएगा।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर-शिवनारायणपुर के बीच विद्युतीकरण लाइन चालू होने के बाद अब यह सेक्शन देश के कई रेल खंड से जुड़ गया है। रेलवे बोर्ड से स्वीकृति के बाद पूर्व रेलवे के हावड़ा और सियालदह से चलने वाली एक भी राजधानी एक्सप्रेस भागलपुर के रास्ते नई दिल्ली के बीच गुजर सकती है। मंगलवार को सीआरएस जांच के बाद मालदा मंडल के डीआरएम यतेंद्र कुमार वीडियों कांफ्रेसिंग से बात की। डीआरएम ने कहा कि अब यह रेलखंड पूरी तरह विद्युतीकरण हो गया है। ट्रेनों से लेकर मालगाडिय़ों का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन से किया जाएगा। डीआरएम ने कहा कि भागलपुर-मंदारहिल-दुमका सेक्शन पर पटरियों को बदला गया है। ट्रेनों की स्पीड 50 से 60 किमी किया गया है। यह रेल सेक्शन जल्द ही विद्युतीकरण हो जाएगा, काम शुरू हो गया है। डीआरएम ने कहा कि यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
ऑटोमेटिक थर्मल स्कैनर जल्द
डीआरएम यतेंद्र कुमार ने कहा कि ट्रेन में सुरक्षित यात्रा के मद्देनजर एयरपोर्ट की तर्ज पर भागलपुर, साहिबगंज और जमालपुर जंक्शन पर ऑटोमेटिक थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे। भागलपुर में एक सप्ताह के अंदर मशीन इंस्टॉल का काम शुरू हो जाएगा। अभी यात्रियों को रेल कर्मी ही थर्मल स्क्रीनिंग करते हैं, लेकिन मशीन लग जाने के बाद खुद यात्रियों की स्क्रीनिंग हो जाएगी।
स्पेशल बनकर चलेंगी विक्रमशिला सहित अन्य ट्रेनें
रेलवे ने भागलपुर से स्पेशल ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी है। यहां से विक्रमशिला एक्सप्रेस, अगरतल्ला-देवघर, एलटीटी एक्सप्रेस, सूरत-भागलपुर, गुवाहाटी-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस स्पेशल बनकर जुलाई से चलेगी। अभी इन ट्रेनों का टाइम टेबल नहीं आया है। डीआरएम ने बताया कि इन ट्रेनों के चलने से मालदा, साहिबगंज, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय और जमुई जिलों के यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। भागलपुर कई राज्यों से रेल संपर्क जुड़ जाएगा। डीआरएम ने बताया कि इन ट्रेनों की डिमांड काफी ज्यादा है। इस कारण दोनों सभी परिचालन स्पेशल के रूप में किया जाएगा। ट्रेनों के नंबर में बदलाव होंगे। ट्रेनों के आगे 'एक' की जगह 'जीरो' नंबर रहेगी। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हावड़ा, सूरत, नागपुर, भोपाल जैसे शहरों में रहने वाले हजारों लोग फंसे हुए है।