Sushant Singh Rajput Death : सुशांत प्रकरण में युवाओं ने भरी हुंकार, राउत मुर्दाबाद के लगे नारे

Sushant Singh Rajput Death 14 जून 2020 को सुशांत अपने मुंबई स्थित फ्लैट में मृत मिले थे। इस मामले में मुंबई पुलिस की जांच से असंतुष्ट सुशांत के पिता ने पटना में एफआइआर दर्ज कराई।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Wed, 19 Aug 2020 01:15 PM (IST) Updated:Wed, 19 Aug 2020 01:15 PM (IST)
Sushant Singh Rajput Death : सुशांत प्रकरण में युवाओं ने भरी हुंकार, राउत मुर्दाबाद के लगे नारे
Sushant Singh Rajput Death : सुशांत प्रकरण में युवाओं ने भरी हुंकार, राउत मुर्दाबाद के लगे नारे

भागलपुर, जेएनएन। देश के सर्वोच्‍च न्‍यायालय में सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले को लेकर अपने फैसले में साफ कह दिया है कि इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी सीबीआइ करेगी। मामले की जांच करने की अनुमति अदालत ने भी सीबीआइ को करने की इजाजत दे दी है।

इस फैसले के बाद भागलपुर सहित पूर्व बिहार के जिलों में लोगों की खुशियां व्‍याप्‍त है। लोगों का मानना है कि अब सच्‍चाई सामने आ जाएगी।

बॉलीवुड के उभरते स्टार और और बिहार के लाल सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सीबीआइ जांच शुरू करने की गूंज सिल्क सिटी की गलियों में सुनाई देने लगी है। कलाकार, युवा वर्ग से लेकर समाज का हर तबका खुदकशी प्रकरण को संदेह बताते हुए जांच कराने की मांग की। सोमवार को इस क्रम में करनी सेना की ओर से कैंडल मार्च निकाला गया। मार्च निकालकर युवाओं ने महाराष्ट्र सरकार और शिव सेना नेता संजय राउत के विरोध में खूब नारेबाजी की। संजय राउत मुर्दाबाद के नारों से घंटाघर चौराहा गूंज उठा। करनी सेना के जिलाध्यक्ष राहुल तोमर ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकशी नहीं कि बल्कि साजिश के तहत हत्या की गई है। अध्यक्ष ने कहा कि हत्यकांड में कई रसूख वाले भी हैं, जिन्हें महाराष्ट्र की सरकार सरकार और पुलिस बचा रही है। बिहार के एसपी को जानबुझकर क्वारंटाइन किया गया। मुंबई पुलिस जांच के नाम पर भटका रही है। दो महीने बाद भी कुछ नहीं कर सकी है। सीबीआइ जांच से मामले का खुलासा होगा और दोषियों को सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू के आह्वान पर मार्च निकाला गया। उपाध्यक्ष अंशुमान परिहार ने कहा कि मुंबई में बिहारियों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। सुशांत की कामयाबी देखकर कई अभिनेताओं की दुकानें बंद होने लगी थी। भगत सिंह प्रतिमा के पास सुशांत सिंह राजपूत को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान सुमन सिंह, चंद्रप्रकाश सिंह, उत्तम सिंह, साकेत, अमन, प्रणव राठौर, प्रह्लाद कुमार, रितिक कुमार, सानू सिंह, सुमित शर्मा, अमर मोहन सहाय, विक्रम सिंह, गोल्डर तोमर, कृष्णदेव नाथ सहित कई युवा थे।

chat bot
आपका साथी