Purnia University: सीमांचल की समस्या पर अब शोध करेंगे विवि के छात्र, कुलपति ने बढ़ाया मनोबल
पूर्णिया विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पीएचडी उपाधि के लिए शोध पर विशेष बल दिया। इसके लिए विभागाध्यक्षों को कोर्स वर्क में उत्तीर्ण शोधार्थियों को शोध विषय पर अपना प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया है। ताकि उसपर और काम कराया जा सके।
पूर्णिया, जेएनएन। पूर्णिया विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभाग के विभागाध्यक्षों की बैठक सीनेट हॉल में हुई। इसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजनाथ यादव ने की। बैठक में पीएचडी कोर्स वर्क के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार पूर्वक विचार-विमर्श किया गया। कुलपति ने सभी विभागाध्यक्षों को डीआरसी की बैठक बुलाकर कोर्स वर्क में उत्तीर्ण शोधार्थियों को शोध के विषय पर अपना प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सीमांचल जैसे पिछड़े क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए पूर्णिया विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पीएचडी उपाधि के लिए शोध पर विशेष बल दिया। उन्होंने इस क्षेत्र की समस्याओं पर शोध करने के लिए विद्यार्थियों से आगे आने की अपील की। कुलपति ने अंतर अनुशासनात्मक शोध पर प्रकाश डाला और इस बात पर बल दिया कि अंतर अनुशासनात्मक शोध कार्य होना चाहिए। उन्होंने पीएचडी सत्र 2020-21 में नामांकन को लिए गए आवेदन पर शीघ्र विचार करने का भरोसा भी दिया। कई विभागाध्यक्ष ने विभिन्न ङ्क्षबदुओं पर कुलपति का ध्यान आकर्षित किया। जिसका कुलपति ने जवाब दिया। मुख्य मंच पर कुलपति प्रो. राजनाथ यादव के अतिरिक्त अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. पवन कुमार झा एवं उप कुलसचिव शैक्षणिक डॉ. मनोज कुमार उपस्थित थे।
बैठक में वरीय अधिकारी थे मौजूद
बैठक में वाणिज्य संकायाध्यक्ष सह वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. टीएन झा, विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष डॉ. एसएन महतो, मानविकी के संकायाध्यक्ष प्रो. मिथिलेश मिश्रा, सामाजिक विज्ञान के संकायाध्यक्ष प्रो. बीनू पाठक, भौतिकी के विभागाध्यक्ष प्रो. डीके झा, वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. शब्बीर हुसैन, दर्शनशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. विजया रानी, अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. एमएन चौधरी, गणित के विभागाध्यक्ष डॉ. एसएन सुमन, गृह विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. तूहीना विजय, मैथिली के विभागाध्यक्ष प्रो. जी के झा, इतिहास के विभागाध्यक्ष डॉ. वसी अहमद, जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. सुमन झा, ङ्क्षहदी के विभागाध्यक्ष डॉ. कामेश्वर पंकज, अंग्रेजी विभाग के प्रभारी विभागाध्यक्ष डॉ. श्वेता कुमारी एवं भूगोल विभाग के प्रभारी विभागाध्यक्ष सहायक प्राध्यापिका जोसीता परमार उपस्थित थे।